JIMS Hospital : पर्यावरण संरक्षण समिति ने खोला जिम्स हॉस्पिटल का पोल

Aanchalik khabre
By Aanchalik khabre
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JIMS Hospital : पर्यावरण संरक्षण समिति ने खोला जिम्स हॉस्पिटल का पोल

JIMS Hospital : कासना जिम्स अस्पताल (JIMS Hospital) में लोग ठीक होने की बजाय और बीमार होते जा रहे हैं। आज जब पर्यावरण संरक्षण समिति की टीम जिम्स अस्पताल कासना पहुंची तो पाया कि वहां अधिकांश पंखे खराब पड़े हैं और लोग बच्चों को हाथ से हवा कर रहे हैं। इसका वीडियो भी दिखाया गया, साथ ही साफ-सफाई रखने के नकारात्मक प्रभावों के बारे में भी जानकारी दी गई।

JIMS Hospital साफ सफाई की व्यवस्था ध्वस्त

JIMS Hospital : पर्यावरण संरक्षण समिति ने खोला जिम्स हॉस्पिटल का पोल

बहुत से लोग सोचते हैं कि अगर हम खुद को साफ-सुथरा नहीं रखेंगे तो हर तरह की जानलेवा बीमारियाँ हमारे आस-पास ही रहेंगी। अगर आस-पास गंदगी है तो उसमें पतंगे, तिलचट्टे, मक्खियाँ, मच्छर और दूसरे कीड़े पैदा हो जाते हैं। ये हमारे खाने पर बैठकर उसे दूषित कर देते हैं, जिससे जब हम कासना JIMS Hospital में वही खाना खाते हैं तो हम और बीमार हो जाते हैं।आजकल मच्छरों के काटने से कई तरह की बीमारियाँ होती हैं। हमें कई बीमारियों से जूझना पड़ता है क्योंकि ये मच्छर हमारे आस-पास की धरती से पैदा होते हैं, जिनमें डेंगू, मलेरिया, स्वाइन फ्लू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियाँ शामिल हैं।

भारत के सरकारी हॉस्पिटल (JIMS Hospital) और स्कूल नहीं करते स्वच्छ मिशन में सहयोग

कासना जिम्स जैसे बड़े अस्पताल में जब साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता तो इससे हमारे पर्यावरण पर भी असर पड़ता है। साथ ही हमारे आस-पास की हवा भी दूषित हो जाती है जिससे हमें शुद्ध ऑक्सीजन नहीं मिल पाती जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। मोदी जी का आदर्श स्वच्छ भारत अभियान सरकारी स्कूलों और अस्पतालों में काम नहीं कर रहा है। 2 अक्टूबर 2014 को माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी ने इस स्वच्छता पहल की शुरुआत की थी।

भारत सरकार द्वारा स्वच्छता कार्यक्रम के दावों के बावजूद, जेआईएमएस कासना जैसे बड़े अस्पतालों की गंदगी से लोगों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। स्वच्छता अभियान, हालांकि सरकारी अस्पतालों जैसे बड़े चिकित्सा संस्थानों और शैक्षणिक विभागों में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन यह जमीनी स्तर पर दिखाई नहीं देता है।

इसी स्वच्छता अभियान के चलते आपने घरो में शौचालय भी बनवाए जिसके चलते शौच से होने वाली बिमारियों पर भी नियंत्रण हो पाए.स्वच्छ भारत अभियान शुरू करने का उद्देश्य सामुदायिक शौचालय के निर्माण से शौच की होने वाली गन्दगी पर नियंत्रण पाना था, जिससे हर व्यक्ति का स्वास्थ्य ठीक रहे जिस प्रकार मन की शुद्धता अनिवार्य है उसी प्रकार तन की शुद्धता भी अनिवार्य है. और ये शुद्धता हमारे आस पास की साफ़ सफ़ाई से मिलती है. इसीलिए अगर आपको स्वस्थ रखना है, तो आपको आपके सरकारी तंत्र को बहुत जरूरी सुधारना चाहिए ताकि आस पास हमेशा साफ़ सफ़ाई बनाये रखे ।

 

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