नगरसेविका आशा ताई मराठे ने रेबीज टीकाकरण अभियान शुरू करने की रखी मांग
आंचलिक संवाददाता
मुंबई: चेंबूर के वार्ड क्रमांक 152 में इन दिनों आवारा कुत्तों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि स्थानीय नागरिकों का घर से निकलना तक मुश्किल हो गया है। बीते कुछ महीनों से आवारा कुत्तों की संख्या में भारी बढ़ोतरी देखी जा रही है, जिससे काटने की घटनाएं भी बढ़ गई हैं।
कानूनी अड़चनों के चलते नहीं हो पा रही ठोस कार्रवाई
सरकार की कानूनी पाबंदियां और पेटा जैसे पशु-प्रेमी संगठनों के दबाव के चलते मनपा द्वारा आवारा कुत्तों पर सीधी कार्रवाई नहीं की जा पा रही है। मौजूदा व्यवस्था के अनुसार, केवल नसबंदी करके उन्हें वहीं वापस छोड़ दिया जाता है, लेकिन नसबंदी की गति इतनी धीमी है कि यह उपाय नाकाफी साबित हो रहा है।
बढ़ती संख्या का कारण — भोजन और इलाज की सुविधा
स्थानीय पशु प्रेमियों द्वारा खिलाया गया खाना, और बीमार कुत्तों को मिलने वाला इलाज, उनकी मृत्यु दर को घटा रहा है, जिससे संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इसके चलते यह समस्या और भी जटिल हो गई है।
हमलों के मामले भी बढ़े, महिला पर तीन कुत्तों ने किया हमला
हाल ही में मकवाना सोसाइटी में एक हाउसकीपर निर्मला सुनील कांबले पर काम पर जाते समय तीन कुत्तों ने हमला कर दिया, जिससे उनका पैर टूट गया। इस घटना की शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।
नगरसेविका आशा ताई मराठे ने उठाई आवाज
वार्ड क्रमांक 152 की पूर्व नगरसेविका आशा ताई मराठे ने चेंबूर एम-पश्चिम विभाग के सहायक आयुक्त को पत्र लिखकर इस स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने बताया कि ऐसी घटनाएं कई बार हो चुकी हैं, लेकिन नागरिक अक्सर रेबीज का टीका नहीं लगवाते, जिससे भविष्य में गंभीर दुष्परिणाम हो सकते हैं।
रेबीज टीकाकरण अभियान की रखी मांग
नगरसेविका आशा ताई मराठे ने मांग की है कि चेंबूर में तत्काल प्रभाव से रेबीज टीकाकरण अभियान शुरू किया जाए ताकि नागरिकों की जान और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो स्थिति और भयावह हो सकती है।