कहां से आया ये 13 साल का लड़का? आईपीएल में मिली करोड़ों की डील, सच्चाई चौकाने वाली है
इतिहास रचने को तैयार 13 साल का क्रिकेटर – आईपीएल 2025 में मचाएगा तहलका?
सबसे कम उम्र का आईपीएल खिलाड़ी! वैभव सूर्यवंशी की कहानी आपको हैरान कर देगी
वैभव सूर्यवंशी: 13 साल का ये क्रिकेटर आईपीएल में क्या कर सकता है? जानिए पूरा सच
13 साल की उम्र में आईपीएल एंट्री! क्या वैभव सूर्यवंशी सचिन और कोहली से आगे निकल जाएगा?
आईपीएल इतिहास का सबसे युवा खिलाड़ी! इस 13 साल के लड़के ने सबको चौंका दिया
राजस्थान रॉयल्स का मास्टरस्ट्रोक – 13 साल के इस खिलाड़ी में क्या खास है?
वैभव सूर्यवंशी: 13 साल का क्रिकेटर जिसने आईपीएल 2025 में इतिहास रच दिया
परिचय: क्रिकेट की दुनिया में नया इतिहास
क्रिकेट की दुनिया में जब भी किसी युवा प्रतिभा की बात होती है, तो महान क्रिकेटरों के नाम सामने आते हैं। सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव – सभी ने अपने करियर की शुरुआत में ही अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। लेकिन 2025 का आईपीएल एक ऐसा नाम लेकर आया, जिसने सभी को चौंका दिया – वैभव सूर्यवंशी।
बिहार के समस्तीपुर के छोटे से गांव से आने वाले वैभव की उम्र महज़ 13 साल 245 दिन थी जब राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 1.1 करोड़ रुपये में खरीदा। यह केवल एक खिलाड़ी की नीलामी नहीं थी, बल्कि इतिहास रचने वाला क्षण था। आईपीएल के 17 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था जब इतनी कम उम्र में किसी खिलाड़ी को फ्रेंचाइज़ी ने खरीदा हो।
लेकिन उनकी इस पहचान में जल्द ही बदलाव आने वाला था। वैभव अब 27 मार्च 2025 को 14 साल के होने वाले थे, और उनके नाम के आगे अब 13 साल की जगह 14 साल का टैग लगने वाला था।
समस्तीपुर से आईपीएल तक: वैभव की असंभव यात्रा
समस्तीपुर, बिहार का एक शांत सा इलाका। जहां बड़े शहरों की तरह न तो क्रिकेट स्टेडियम हैं, न ही आधुनिक सुविधाएं। लेकिन इसी जगह से निकला एक खिलाड़ी, जिसने पूरे देश का ध्यान खींचा।
वैभव का क्रिकेट के प्रति जुनून चार साल की उम्र में ही दिखने लगा था। जहां बाकी बच्चे खिलौनों से खेलते थे, वहीं वैभव ने बल्ला थाम लिया था। पिता संजीव सूर्यवंशी ने बेटे की इस लगन को पहचाना और उसे क्रिकेट अकादमी में दाखिला दिलाया।
समस्तीपुर की गलियों से निकलकर जब उन्होंने बिहार की वीनू मांकड़ ट्रॉफी में पांच मैचों में 400 रन बनाए, तब पहली बार लोगों को एहसास हुआ कि यह बच्चा सामान्य नहीं है। उसके बल्ले से निकलने वाले शॉट्स में तकनीक, अनुभव और अद्भुत नियंत्रण था।
नीलामी की रात: जब 13 साल के खिलाड़ी ने इतिहास रचा
24 और 25 नवंबर 2024 को आईपीएल नीलामी का आयोजन हुआ। क्रिकेट प्रेमी बड़े खिलाड़ियों की बोली का इंतज़ार कर रहे थे, लेकिन अचानक एक नाम सामने आया – वैभव सूर्यवंशी।
कमेंट्री बॉक्स में बैठे विशेषज्ञ भी चौंक गए। “क्या यह सही में 13 साल का खिलाड़ी है?” यह सवाल हर किसी के दिमाग में था। जब राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 1.1 करोड़ रुपये में खरीदा, तो पूरे देश में चर्चा छिड़ गई।
सोशल मीडिया पर उनका नाम ट्रेंड करने लगा। कुछ लोगों ने उन्हें “चमत्कारी बालक” कहा, तो कुछ ने इसे “आईपीएल का मास्टरस्ट्रोक” बताया।
बचपन में ही क्रिकेट का जुनून
वैभव को क्रिकेट की समझ इतनी कम उम्र में कैसे आई? इसका जवाब उनके संघर्ष और कड़ी मेहनत में छिपा है।
जब वे 9 साल के थे, तब उन्होंने पहली बार समस्तीपुर की एक स्थानीय अकादमी में ट्रेनिंग लेनी शुरू की। कोच ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें खासतौर पर बल्लेबाजी और स्पिन गेंदबाज़ी की ट्रेनिंग दी।
बाएं हाथ के बल्लेबाज़ और स्लो लेफ्ट-आर्म ऑर्थोडॉक्स गेंदबाज़ के रूप में वे बिहार के सबसे कम उम्र में रणजी ट्रॉफी खेलने वाले खिलाड़ी बन गए। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने कई रातें नेट्स पर अभ्यास करते हुए बिताईं।
पिता का संघर्ष और सपनों की उड़ान
हर सफल खिलाड़ी के पीछे एक संघर्ष की कहानी होती है, और वैभव की कहानी भी इससे अलग नहीं है।
संजीव सूर्यवंशी एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं। उन्होंने अपने बेटे के क्रिकेट सपने को साकार करने के लिए दिन-रात मेहनत की। कई बार आर्थिक तंगी आई, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उन्होंने विभिन्न नौकरियों में हाथ आजमाया, बस एक ही सपना था – बेटा क्रिकेटर बने।
उनकी इस मेहनत का ही परिणाम था कि वैभव को 2024 में भारतीय अंडर-19 टीम में चुना गया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए एक मैच में उन्होंने सिर्फ 58 गेंदों में शतक जड़कर सभी को चौंका दिया। यह भारतीय अंडर-19 क्रिकेट का सबसे तेज शतक था।
विवादों की आंधी: उम्र को लेकर उठे सवाल
जैसे-जैसे वैभव का नाम ऊंचाईयों तक पहुंचा, वैसे-वैसे विवाद भी उनके साथ चलने लगे।
उनकी उम्र को लेकर सवाल उठे। कुछ पुराने इंटरव्यू सामने आए, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनका जन्म 27 सितंबर 2009 को हुआ था, जबकि आधिकारिक रिकॉर्ड में उनकी जन्मतिथि 27 मार्च 2011 दर्ज है।
इस पर मीडिया में चर्चाएं होने लगीं। क्या यह क्रिकेट में उम्र घटाने का मामला था? या फिर यह सिर्फ एक गलती थी? हालांकि, राजस्थान रॉयल्स ने इन विवादों को नकारते हुए कहा कि वैभव की प्रतिभा उनकी असली पहचान है, उम्र नहीं।
भविष्य की ओर: क्या आईपीएल में मिलेगा खेलने का मौका?
आईपीएल 2025 शुरू हो चुका है, लेकिन अभी तक वैभव को राजस्थान की प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका नहीं मिला है।
कप्तान संजू सैमसन और कोच राहुल द्रविड़ उन पर नजर बनाए हुए हैं। संजू सैमसन ने कहा,
“हमने वैभव को बड़े शॉट्स लगाते देखा है। वे टीम कैंप में हैं और सही समय आने पर उन्हें खेलने का मौका मिलेगा।”
जब भी उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका मिलेगा, क्रिकेट प्रेमी सबसे युवा आईपीएल खिलाड़ी को खेलते हुए देखने के लिए बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं।
एक नए क्रिकेट सितारे का उदय
वैभव सूर्यवंशी की कहानी सिर्फ एक खिलाड़ी के उभरने की नहीं है, बल्कि यह एक प्रेरणा है उन सभी युवाओं के लिए जो अपने सपनों के पीछे भागना चाहते हैं।
उन्होंने यह साबित कर दिया कि अगर लगन, मेहनत और सही दिशा हो, तो उम्र सिर्फ एक संख्या बनकर रह जाती है। अब सबकी निगाहें इस युवा क्रिकेटर पर हैं कि वह कब मैदान पर उतरकर अपने बल्ले से नया इतिहास लिखेंगे।
क्या वैभव आईपीएल में धमाकेदार डेब्यू करेंगे? क्या वे भारत के अगले सुपरस्टार बनेंगे? यह तो समय ही बताएगा, लेकिन इतना तय है – यह सिर्फ एक शुरुआत है!