जिले में 200 करोड़ से अधिक का टेंडर फर्जी एनएससी सिक्यूरिटी पर लेने का मामला उजागर…. पीएचडी के कार्यपालक अभियंता के शिकायत पर सदर थाने में दर्ज हुवा मामला…. मामले की लीपापोती में लगा हुवा है पीएचडी विभाग… मामले की जानकारी लेने पहुंचे पत्रकारों पर पीएचडी के कार्यपालक अभियंता ने कराया हमला…. पत्रकारों का कैमरा तोड़ने का हुआ प्रयास…. पत्रकारों ने की डीएम से शिकायत… शाम 4:30 बजे डीएम ने पत्रकारों को बुलाया…. मामला फर्जी एनएससी पर करोड़ो का टेंडर लेने से जुड़ा हुवा है…. मोकामा की कंपनी ख़ुशी कंस्ट्रक्सन को मधेपुरा जिले में 200 करोड़ से अधिक का नलजल योजना का काम मिला है…. इसके लिए कंपनी ने मीठापुर पटना उप डाक घर द्वारा जारी तीन करोड़ पञ्च लाख पचास हजार का एनएससी जमा कराया…. लेकिन वही विभाग ने जब इस एनएससी का जाँच कराया तो डाक विभाग ने इसमें से अधिकतर को फर्जी पाया…. तीन करोड़ पञ्च लाख पचास हजार वाले एनएससी में मात्र 11 हजार रुपये पाए गए…… वरीय डाक अधीक्षक, पटना प्रमंडल के जाँच प्रतिवेदन के आधार पर पीएचडी विभाग ने खानापूरी कर 16 जनवरी को ही थाने में आवेदन देकर मामले को ठन्डे बसते में दल दिया…… जब एफआईआर की कॉपी मिली तो उसने मामले की छानबीन शुरू की… इस सम्बन्ध जब एसडीपीओ वसी अहमद से पूछा गया तो उन्होंने एफआईआर की बात स्वीकारते हुए मामले की जाँच करने की बात कही… लेकिन जब विभाग के कार्यपालक अभियंता से मामले की जानकारी लेने पत्रकार पहुंचे तो वे भरक गए और अपने कार्यालय में अपने कुछ गुर्गों को आवाज लगायी ….. आवाज सुनते ही चार पञ्च की संख्या में घुसे लोगों ने सबसे पहले पत्रकारों का कैमरा छिनने का प्रयास किया पत्रकारों के द्वारा विरोध करने पर वे हाथापाई और बतमीजी शुरू कर दिए …बताया जाता है कि ख़ुशी कंस्ट्रक्सन पर मधेपुरा जिला के अलावे सहरसा और सुपौल में भी इस तरह का मामला दर्ज कराया गया है..