मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के ग्राम पीपलखेड़ा की सहकारी समिति की शाखा पहुंचकर पीपलखेड़ा, सुल्तानिया एवं ब्योंची के किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा की पर्याप्त राशि ना मिलने पर आक्रोश जताया है किसानों का कहना है कि सर्वे के समय फसल में नुस्कान का प्रतिशत 75% माना गया था नुकसान की तुलना में जो बीमा राशि प्राप्त नहीं हुई है वह ऊंट के मुंह में जीरा के समान है
किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि बीमा क्लेम की सूची में फेरबदल किया गया है नुस्कान के प्रतिशत के हिसाब से ₹5000 बीघा का उनका बीमा बनाया गया था लेकिन अचानक एक ही रात मैं सूची में उलटफेर करके नई सूची जारी कर दी गई वर्तमान की सूची कि अगर हम बात करें तो 15 सो रुपए से 1700 रुपए के आसपास बीमा क्लेम देखने को मिल रहा है जिसको लेकर किसानों में काफी नाराजगी है किसानों चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि फसल के नुकसान की तुलना में अगर बीमा क्लेम की राशि नहीं दी गई तो जिला स्तर पर ज्ञापन देंगे इसके बाद भी समाधान नहीं हुआ तो वह चक्का जाम करने को विवश हो जाएंगे कुछ किसानों ने बीमा कंपनी के अधिकारियों से संपर्क करना चाहा तो वह गोलमोल जवाब दे रहे हैं पीपल खेड़ा के कृषक अमित बैरागी, रामबाबू मीणा, कृषक शैलेश राय भगवान सिंह धाकड़, संतोष दांगी, बलवीर सिंह दांगी राजेश यादव मौजूद रहे.