प्रशासनिक अधिकारियों व साधु-संतों ने बैठक कर लिया निर्णय
चित्रकूट। सतना के जिलाधिकारी अनुराग वर्मा की अध्यक्षता व मझगवां उपजिलाधिकारी पी एस त्रिपाठी की उपस्थिति में हुई बैठक में दीनदयाल शोध संस्थान, सद्गुरु सेवा संघ, गायत्री परिवार, तुलसीपीठ, कामदगिरि प्रमुख द्वार व द्वतीय मुखारबिंदु के आचार्य, ग्रामोदय विश्विद्यालय, चित्रकूट तहसीलदार ऋषि नारायण सिंह, नगर परिषद चित्रकूट, सीएमओ, सरकारी अधिकारी व प्रतिष्ठित समाजसेवी गण सभी ने रामनवमी को चित्रकूट गौरव दिवस मनाने का निश्चय किया।
बैठक में सतना डीएम ने कहा कि चित्रकूट पृथ्वी के भूखंड का सर्व प्रमुख ऊर्जा केंद्र है। यह शक्तिपीठों में उत्तम शक्तिपीठ, भगवान शिव के विषपान के बाद तथा सती वियोग के बाद शांति का स्थल था। भगवान श्रीराम के वनवास काल के साढ़े ग्यारह वर्ष भी यही बीते भगवान श्रीराम शिव के आराध्य होने से यह सती-शिव क्षेत्र राम तीर्थ के रूप में स्थापित हुआ। रामनवमी प्रभु श्रीराम का पावन प्रगटोत्सव दिवस है। इसलिए यह दिन चित्रकूट का गौरव बढ़ाने वाला हुआ। इसलिए चित्रकूट की जनता ने रामनवमी को चित्रकूट का गौरव दिवस के रूप में मनाने का निश्चय किया है। गायत्री शक्तिपीठ चित्रकूट के संचालक डॉ रामनारायण त्रिपाठी एवम गायत्री परिवार ने आह्वान किया है की हम सब मिलकर इसे यादगार बनाएं। इस कार्यक्रम में पांच लाख दीपक मंदाकिनी और चित्रकूट परिक्रमा मार्ग पर जलाएं जायेगे। डीएम ने कहा कि इस कार्यक्रम को भव्य रूव से मनाने के लिए सभी साधु-संतो, अधिकारियों, कर्मचारियों, समाजसेवियों व एसडीएम मझगवां के साथ अलग बैठकों का आयोजन भी किया जाता रहेगा। जिससे ब्यबस्थाओ को सुचारू रूप दिया जाएगा।