नसरुल्लागंज में करीबन 13 करोड़ की लागत से बन रहा नगर का मुख्य नाला, आलोचनाओं से प्रतिदिन घिरा नजर आ रहा है, मगर सीहोर जिला कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर के जैसे ही संज्ञान में आया, उन्होंने तत्काल नाले का औचक निरीक्षण किया, जिसके बाद हर चीज को बारीकी से देखने के पश्चात, कुछ कमियों पर ठेकेदार को 1 महीने का समय भी दिया गया है. जिसमें वह नाले के बीचो-बीच बनी मिट्टी को हटाकर, वहीं दूसरी ओर शिफ्ट करें. जिससे आगमी बारिश के समय नगर में कोई आ व्यवस्था ना फेले. क्योंकि बारिश का समय करीब होने के कारण कुछ दिक्कत ठेकेदार को आ रही है. जैसे बिजली के पोल ,साहूकार सेठ, की जमीन लोगों का अतिक्रमण नाले की गुणवत्ता को विराम लगाते नजर आ रहा है, जिससे नाले के कार्य में देरी आ रही है, नाला बनाने वाले कर्मचारियों ने कलेक्टर महोदय से कहा है, इन आ सुविधाओं से हमें निजात मिले तो हम कार्य आगे करें, माना यह भी जा रहा है कि, करीबन दो महीने से नाले का कार्य बंद पड़ा है. कहीं ना कहीं कोई अड़चन उत्पन्न हो रही है. जिससे ठेकेदार को अच्छी गुणवत्ता देने में कहीं ना कहीं दिक्कत आ रही है. करोड़ों रुपए का नाला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की शायद पहली ही सौगात है. मगर कुछ लोगों की समझ से परे है. नाला निर्माण के बाद और भी सौंदर्य करण नाले पर होना है. ऐसा कलेक्टर महोदय ने बताया, वही बात सेट की जमीन को लेकर निकली तो, उसकी जमीन का जो मुआवजा बनता है. उस पर विचार किया जाएगा नाले की मजबूती को देखते हुए, प्रतिदिन नाले की तरह निरंतर करी जा रही है. इससे नाले को ठोस मजबूती मिले वही कलेक्टर ने नाले के वेश को बड़ी बारीकी से देखा.