गौशाला में पर्याप्त मात्रा में भूसा न रखना ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव और बीडीओ को पड़ गया महंगा, पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत संग्रामपुर थाने मुकदमा हुआ दर्ज-आंचलिक ख़बरें-अशोक श्रीवास्तव

Aanchalik Khabre
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अमेठी : कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक के दौरान जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र के समक्ष गो आश्रय स्थल का मामला उठा।
बताया गया कि संग्रामपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत जरौटा में स्थित गौशाला में 95 गोवंश मौजूद हैं लेकिन उनके खिलाने के लिए भूसा लगभग 5 कुंतल ही है जो गोवंश के सापेक्ष उपलब्ध भूसा बहुत ही कम है। मौके पर जांच के समय उपलब्ध 5 कुंतल भूसे से परिलक्षित हुआ कि संरक्षित गोवंश को भरपेट भूसा/चारा नहीं दिया जा रहा है। गोवंश के साथ यह कृत्य पशु क्रूरता अधिनियम की परिधि में आता है जिसको लेकर जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा संबंधित ग्राम विकास अधिकारी तथा ग्राम प्रधान के विरुद्ध संग्रामपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है।

इसके अतिरिक्त गो आश्रय स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में चारे/भूसे की उपलब्धता न सुनिश्चित करने तथा पशुओं की देखरेख व विभागीय दायित्व में लापरवाही बरतने पर खंड विकास अधिकारी संग्रामपुर संजय कुमार गुप्ता एवं मुसाफिरखाना लाल जी शुक्ला को प्रतिकूल प्रविष्टि तथा अन्य 11 खंड विकास अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। गुरुवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मामला प्रकाश में आने पर जिलाधिकारी के निर्देश पर कार्यवाही की गई।

इसके साथ ही जिलाधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं कि जनपद के सभी गो आश्रय स्थलों पर मौजूद गोवंशों के सापेक्ष भूसा/चारा, पानी की व्यवस्था, छांव इत्यादि व्यवस्थाएं उपलब्ध रहे।

बताते चलें कि शासन द्वारा गो आश्रय स्थलों पर गोवंशों के लिए पर्याप्त मात्रा में चारा/भूसा, पानी, छांव, इत्यादि सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं जिसको लेकर जिलाधिकारी द्वारा भी लगातार संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा कर गो आश्रय स्थलों पर गोवंशों के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए जा रहे हैं। उनके द्वारा नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर जनपद के सभी गो आश्रय स्थलों का निरीक्षण कर वहां पर पर्याप्त मात्रा में भूसा/चारा, पानी की व्यवस्था, टीनशेड व पशुओं के स्वास्थ्य इत्यादि सुविधाओं का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं।

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