श्री बाड़केष्वर महादेव मंदिर बाड़कुआं में तीन दिवसीय भव्य प्राण.प्रतिष्ठा महोत्सव हुआ आरंभ प्रथम दिन उमापति महादेव मंदिर से श्री बाड़केष्वर महादेव मंदिर तक शोभायात्रा निकाली गई
मंदिर परिसर में मंडप प्रवेष अग्नि प्रवेष गृह शांति एवं जलाधिवास की विधि संपन्न हुई
झाबुआ। शहर के समीपस्थ बाड़कुआं में श्री बाड़केष्वर महादेव मंदिर में 16 से 18 जनवरी तक तीन दिवसीय भव्य प्राण.प्रतिष्ठा महोत्सव मनाया जा रहा है। जिसमें मंदिर में समस्त षिव परिवार की प्रतिमाओं एवं कलष स्थापना का वृहद कार्यक्रम तय किया गया है।
जानकारी देते हुए श्री बाड़केष्वर महादेव मंदिर समिति अध्यक्ष नाथूलाल पाटीदार एवं कोषाध्यक्ष प्रवीण सोनी ने बताया कि प्रथम दिन 16 जनवरी सोमवार सुबह 9 बजे विवेकानंद काॅलोनी स्थित उमापति महादेव मंदिर से ढोल एवं बैंड.बाजों के साथ शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें विषेष रूप से सामाजिक महासंघ जिलाध्यक्ष नीरजसिंह राठौर समिति के संरक्षक मधुसूदन शर्माए सचिव एसएस पुरोहित शामिल हुए। शोभायात्रा में विषेष चांदी के रथ पर भगवान की प्रतिमाएं विराजमान की गई। पीछे भक्तजनए विषेषकर उमापति महादेव मंदिर महिला मंडल से जुड़ी मातृ शक्तियां शामिल हुई। यह चल समारोह विवेकानंद काॅलोनी से सज्जन रोड़ मरी माता मंदिर चैराहा लक्ष्मीनगर होते हुए बाड़कुआं श्री बाड़केष्वर महादेव मंदिर पहुुंचा। जहां सभी ने श्री बाड़केष्वर महादेवजी के दर्षन लाभ एवं जयकारे लगाए।
मंडप प्रवेष एवं जलाधिवास की विधि पूर्ण हुई
बाद मंदिर परिसर में सुबह 10:30 बजे से युवा ज्योतिष षिरोमणी आचार्य पंण् द्विजेन्द्र व्यास के सानिध्य में बाहर से पधारे विद्वानजनों में पंडित मोहन शर्मा पिपलीया नीलाए मूरली जोषी उज्जैन चन्द्रषेखर शर्माए मनोज दवे नामली संतोष उपाध्याय नागदा मुकेष व्यास जावरा आदि द्वारा हेमाद्री प्रयोग मंडप प्रवेष अग्नि प्रवेष गृह शांति एवं जलाधिवास की विधि विधानपूर्वक मंत्रोच्चार के साथ संपन्न करवाई गई। उक्त कार्यक्रम शाम करीब 5 बजे तक चला। जिसमें यजमान के रूप में भवरसिंह भूरिया राजकुमार पाटीदार एवं प्रदीप सोलंकी परिवार ने लाभ लिया।
18 जनवरी को महाआरती एवं महाप्रसादी भंडारे का आयोजन
समिति अध्यक्ष पाटीदार एवं कोषाध्यक्ष सोनी ने आगे बताया कि 17 जनवरीए मंगलवार को स्थापित देवताओं की पूजन यज्ञ धान्याधिवासए फलाधिवास पुष्पाधिवास एवं शयनाधिवास सुबह 9 बजे से शाम 5:30 बजे के बीच मंदिर परिसर में संपन्न होगा। अंतिम दिन 18 जनवरीए बुधवारे सुबह 9 बजे से स्थापित देवताओं की प्रातः पूजन बाद शुभ मुर्हुत में मंदिर के षिखर पर कलष स्थापना एवं मंदिर में संपूर्ण शिव परिवार की प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा विधि.विधा से संपन्न होगी। बाद हवन की पूर्णाहूति पर दोपहर 12 बजे महाआरती का आयोजन होगा। तत्पष्चात् 12:30 बजे से महाप्रसादी भंडारा रखा गया है। आयोजन को सफल बनाने में मंदिर समिति से जुड़े सभी पदाधिकारी.सदस्यगण सराहनीय सहयोग प्रदान कर रहे है।