मनीष गर्ग
सतना में भी मासूम आदिवासी बालक को, न मरने के पहले सरकारी एम्बुलेंस मिली, न मरने के बाद शव वाहन हुआ नसीब। सतना के मझगवां के अस्पताल में भी मासूम आदिवासी बालक को, साँप काटने के बाद समुचित ईलाज न मिलने से, उसकी ईलाज के दौरान हो गई थी मौत, मझगवां अस्पताल के जिम्मेदारों ने टिटनेश के इंजेक्शन लगा, घण्टो अस्पताल में किये रखा था भर्ती, नही मिल पाई थी एम्बुलेंस, हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल किया था रेफर, परिजन जब तक बाइक पर लेकर पहुंचे. जिला अस्पताल तब तक बहुत देर हो चुकी थी, मौत के बाद भी शव वाहन नही मिलने पर, बाइक पर शव लेकर 45 किलोमीटर दूर अपने गाँव गए थे परिजन। खुद मझगवां के BMO डॉक्टर वर्मा ने स्वीकार किया कि, मझगवां अस्पताल में बच्चे को सिर्फ टिटनेश और डेक्सोना का इंजेक्शन दिया गया था। जबकि घण्टो अस्पताल में भर्ती रहा था बालक।