झांसी में प्रेम कहानी या परिवार का बिखराव? तीन बच्चों की मां अपने प्रेमी संग हुई फरार
प्यार या परिवार की बर्बादी? शादीशुदा महिला ने छोड़े अपने तीन बच्चे
चार बच्चों के पिता के साथ भागी तीन बच्चों की मां, गांव में मचा हड़कंप
मां की बेवफाई से बच्चे अनाथ, बुजुर्ग दादी ने लगाई न्याय की गुहार
प्यार एक ऐसी भावना है, जो न उम्र देखती है, न परिस्थितियाँ। जब कोई दो दिल आपस में जुड़ जाते हैं, तो समाज की बेड़ियाँ भी उन्हें रोक नहीं पातीं। लेकिन जब यह प्यार किसी परिवार की बर्बादी का कारण बन जाए, तो सवाल उठना लाज़मी है। झांसी के मऊरानीपुर क्षेत्र से एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने पूरे गांव को हैरान कर दिया।
तीन बच्चों की मां चार बच्चों के पिता के साथ फरार
मऊरानीपुर कोतवाली में जब एक वृद्ध महिला अपने छोटे-छोटे पोते-पोतियों के साथ पहुंची, तो उसकी आँखों में आँसू थे और दिल में दर्द। वृद्धा ने पुलिस को बताया कि उसकी बहू बीती रात घर का सारा सामान लेकर किसी अन्य व्यक्ति के साथ फरार हो गई। खास बात यह थी कि वह व्यक्ति भी पहले से शादीशुदा था और उसके भी चार बच्चे थे।
पति करता था मेहनत, पत्नी को था किसी और का साथ पसंद
वृद्धा के अनुसार, उसका बेटा मेहनत-मजदूरी के लिए बाहर काम करता था और हर महीने घर पर पैसे भेजता था ताकि परिवार अच्छे से रह सके। लेकिन उसकी पत्नी को यह जीवन पसंद नहीं था। उसे किसी और का साथ ज्यादा भा गया और वह अपने तीन मासूम बच्चों को छोड़कर अपने प्रेमी संग चली गई।
गांव की महिला पर भागने में मदद करने का आरोप
इस मामले में वृद्ध महिला ने आरोप लगाया कि गांव की ही एक अन्य महिला ने उसकी बहू को भागने में मदद की। उसका कहना था कि अगर यह महिला बीच में न होती, तो उसकी बहू ऐसा कदम न उठाती।
छोटे-छोटे बच्चों का भविष्य अंधकार में
इस पूरी घटना में सबसे ज्यादा नुकसान मासूम बच्चों को हुआ है। न उनकी माँ रही, न पिता पास है। बच्चे अब अपनी दादी के सहारे हैं, जो खुद उम्रदराज़ हैं। आखिर इन बच्चों का क्या होगा? क्या समाज इनकी जिम्मेदारी उठाएगा या यह बच्चे अनाथों की तरह संघर्ष भरी ज़िंदगी बिताने पर मजबूर होंगे?
पुलिस से न्याय की गुहार
बिखरते परिवार को बचाने और बहू को वापस लाने की उम्मीद में वृद्धा ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई है। उसने कानूनी कार्यवाही की मांग की है ताकि उसकी बहू को खोजा जा सके और मासूम बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सके।
क्या है समाज की भूमिका?
यह मामला सिर्फ एक परिवार की कहानी नहीं, बल्कि समाज की एक कड़वी सच्चाई भी उजागर करता है। प्यार को पवित्र बंधन कहा जाता है, लेकिन जब यह किसी के घर को तोड़ने का कारण बन जाए, तो इसे क्या कहा जाए?
आज के दौर में ऐसे कई मामले सामने आते हैं, जहाँ शादीशुदा महिलाएं या पुरुष अपने परिवार को छोड़कर प्रेम संबंधों में पड़ जाते हैं। लेकिन क्या यह सही है? क्या एक व्यक्ति को अपनी खुशी के लिए मासूम बच्चों की खुशियों की कुर्बानी देनी चाहिए?
आगे क्या होगा?
पुलिस अब इस मामले की जाँच में जुटी है। सवाल यह भी है कि क्या यह महिला स्वेच्छा से गई है या इसके पीछे कोई और कारण है? क्या उसे किसी ने बहकाया या फिर वह खुद अपने फैसले से गई?
समाज को उठाने होंगे सवाल
इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
– क्या एक माँ को अपने बच्चों को यूं छोड़कर जाना चाहिए?
– क्या शादी के बाद भी व्यक्ति को प्रेम करने की स्वतंत्रता है, भले ही उसका परिवार बर्बाद हो जाए?
– क्या ऐसे मामलों में कोई कानूनी सख्ती होनी चाहिए?
यह घटना एक प्रेम कहानी की तरह भी देखी जा सकती है और एक परिवार के बिखरने की त्रासदी के रूप में भी। समाज को इस पर मंथन करना होगा कि किस दिशा में हमारा भविष्य जा रहा है। प्यार महत्वपूर्ण है, लेकिन क्या इसकी कीमत किसी मासूम की मुस्कान होनी चाहिए?
आपका क्या कहना है? क्या ऐसे मामलों में कानूनी दखल जरूरी है या फिर हर किसी को अपनी मर्जी से जीने का हक़ होना चाहिए?
झाँसी उत्तर प्रदेश से कलाम कुरैशी की रिपोर्ट देखते रहिये आपका अपना चैनल आंचलिक खबरें अपनों की खबर आप तक