योगी सरकार का बड़ा ऐलान: स्वच्छता कर्मियों को मिलेगा बढ़ा हुआ वेतन
महाकुंभ सफाई कर्मियों के लिए बोनस और स्वास्थ्य बीमा की सौगात
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ऐतिहासिक घोषणा करते हुए प्रदेश के स्वच्छता कर्मियों के लिए बड़ा तोहफा दिया है। महाकुंभ 2025 के सफल समापन के बाद प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री ने यह बड़ा एलान किया। उन्होंने कहा कि अब सफाई कर्मचारियों को अप्रैल से बढ़ा हुआ वेतन मिलेगा और उन्हें स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ भी दिया जाएगा।
अब न्यूनतम वेतन होगा 16,000 रुपये
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि अब तक सफाई कर्मचारियों को 8,000 से 11,000 रुपये मासिक वेतन मिलता था, लेकिन इसे अप्रैल 2025 से बढ़ाकर न्यूनतम 16,000 रुपये कर दिया जाएगा। इस निर्णय से लाखों सफाई कर्मचारियों को सीधा लाभ मिलेगा और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हमारी सरकार ने हमेशा स्वच्छता कर्मियों के हितों को प्राथमिकता दी है। पहले उन्हें बहुत कम वेतन मिलता था, लेकिन अब उन्हें सम्मानजनक वेतन मिलेगा। इससे उनकी जिंदगी में आर्थिक स्थिरता आएगी।”
महाकुंभ सफाई कर्मचारियों को 10,000 रुपये का अतिरिक्त बोनस
महाकुंभ 2025 के दौरान सफाई व्यवस्था बनाए रखने वाले कर्मियों के लिए मुख्यमंत्री ने एक और बड़ी घोषणा की। उन्होंने बताया कि सभी सफाई कर्मियों को 10,000 रुपये का अतिरिक्त बोनस दिया जाएगा।
“महाकुंभ सफाई अभियान में अपनी मेहनत और लगन से काम करने वाले सफाई कर्मचारियों को यह सम्मान देना हमारा कर्तव्य है,” मुख्यमंत्री ने कहा। यह बोनस उन हजारों कर्मचारियों के लिए राहत लेकर आएगा जो इस ऐतिहासिक आयोजन के दौरान दिन-रात काम कर रहे थे।
आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख तक का मुफ्त इलाज
सफाई कर्मचारियों और उनके परिवारों की सेहत को ध्यान में रखते हुए, मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सभी सफाई कर्मियों को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा जाएगा। इस योजना के तहत प्रत्येक कर्मचारी को 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी।
“हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सफाई कर्मियों को किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या का सामना न करना पड़े। सरकार उनके स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखेगी और उन्हें 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जाएगा,” मुख्यमंत्री ने कहा।
अस्थायी कर्मचारियों को सीधा बैंक ट्रांसफर
अस्थायी सफाई कर्मियों को उनकी मेहनत का पूरा भुगतान सुनिश्चित करने के लिए, सरकार ने यह निर्णय लिया कि उनका वेतन सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाएगा। इससे भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी और कर्मचारियों को समय पर वेतन मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारे सफाई कर्मी हमारे समाज की नींव हैं। उनका हक उन्हीं तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है। अब उन्हें किसी बिचौलिए के माध्यम से भुगतान नहीं मिलेगा, बल्कि सीधा उनके बैंक खातों में पैसा भेजा जाएगा।”
महाकुंभ 2025 ने बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
उत्तर प्रदेश सरकार के नेतृत्व में महाकुंभ 2025 के दौरान सबसे बड़े समन्वयित सफाई अभियान का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया। इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने गर्व व्यक्त किया।
इस रिकॉर्ड को हासिल करने के लिए सरकार ने लाखों सफाई कर्मचारियों और स्वयंसेवकों को संगठित किया, जिससे प्रयागराज की पवित्र भूमि को साफ-सुथरा बनाए रखने में सफलता मिली।
मुख्यमंत्री ने कहा, “महाकुंभ के दौरान हमने दुनिया को यह दिखाया कि भारत स्वच्छता और अनुशासन में भी नंबर वन बन सकता है। यह सफाई कर्मियों की मेहनत का ही नतीजा है कि हमने यह उपलब्धि हासिल की।”
सफाई कर्मियों के साथ भोजन कर बढ़ाया मनोबल
महाकुंभ के सफल समापन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, केशव प्रसाद मौर्य, उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार समेत प्रदेश के कई वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों ने सफाई कर्मचारियों के साथ भोजन किया।
इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि सरकार केवल नीतियाँ बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि वह सफाई कर्मियों के सम्मान और उनके योगदान को भी पूरी तरह स्वीकार करती है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सफाई कर्मियों को “असली नायक” बताते हुए कहा कि उनकी मेहनत के बिना महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन को सफल बनाना असंभव था।
नाव चालकों के लिए भी बड़ी सौगात
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में नाव चालकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके योगदान को देखते हुए मुख्यमंत्री ने उनके लिए भी एक अहम घोषणा की। उन्होंने कहा कि हर पंजीकृत नाव चालक को 5 लाख रुपये की बीमा योजना दी जाएगी।
“नाव चालकों का योगदान महाकुंभ में बेहद महत्वपूर्ण होता है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उनकी आर्थिक सुरक्षा भी मजबूत हो। इसलिए, सरकार हर पंजीकृत नाव चालक को 5 लाख रुपये का बीमा प्रदान करेगी और उन्हें नाव खरीदने के लिए धनराशि भी दी जाएगी,” मुख्यमंत्री ने कहा।
स्वच्छता और कल्याण पर योगी सरकार का फोकस
योगी सरकार लगातार उत्तर प्रदेश में स्वच्छता और कल्याण योजनाओं को प्राथमिकता दे रही है। सफाई कर्मियों के लिए बढ़ा हुआ वेतन, बोनस और स्वास्थ्य बीमा इस दिशा में एक बड़ा कदम है।
सरकार की यह योजना सिर्फ आर्थिक मदद तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य समाज में सफाई कर्मियों की स्थिति को सुधारना और उनके प्रति सम्मान की भावना को बढ़ावा देना भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम एक ऐसा उत्तर प्रदेश बनाना चाहते हैं जहाँ हर नागरिक को उसका हक मिले। सफाई कर्मी हमारी व्यवस्था की नींव हैं, और उनकी मेहनत का सही सम्मान मिलना चाहिए।”
जनता ने किया फैसले का स्वागत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस घोषणा का स्वागत पूरे उत्तर प्रदेश में किया जा रहा है। सफाई कर्मियों ने खुशी जताई कि सरकार ने उनकी कठिनाइयों को समझा और उन्हें सम्मानजनक वेतन और स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान करने का फैसला किया।
एक सफाई कर्मी ने कहा, “पहले हमें बहुत कम वेतन मिलता था और कोई सुरक्षा नहीं थी। अब सरकार ने हमारे लिए न्यूनतम वेतन 16,000 रुपये कर दिया है, जो हमारे जीवन को बदल सकता है। हमें आयुष्मान योजना का भी लाभ मिलेगा, जिससे हमारे परिवार को स्वास्थ्य सुरक्षा मिलेगी।”
आगे की राह
योगी सरकार ने जो वादे किए हैं, वे अगर पूरी तरह से लागू होते हैं, तो यह सफाई कर्मचारियों के लिए एक नया युग साबित होगा। उन्हें न केवल वित्तीय सुरक्षा मिलेगी, बल्कि समाज में उनका सम्मान भी बढ़ेगा।
सरकार का अगला कदम यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी सफाई कर्मियों को ये लाभ समय पर और पूरी पारदर्शिता के साथ मिलें। अप्रैल से निगम गठित होने के बाद कर्मचारियों के खाते में सीधे पैसे भेजे जाएंगे, जिससे भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हो जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह फैसला न केवल सफाई कर्मियों के लिए राहत लेकर आया है, बल्कि पूरे देश के लिए एक मिसाल है कि किस तरह सरकारें अपने मेहनती नागरिकों के लिए काम कर सकती हैं। अब यह देखना होगा कि आने वाले महीनों में ये घोषणाएँ किस तरह से धरातल पर उतरती हैं और सफाई कर्मियों का जीवन वास्तव में कितना बदलता है।
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