Yamuna Clean River: दिल्ली जल बोर्ड ने यमुना सफाई को लेकर एक ऐसा कदम उठाया है। जिससे महज कुछ समय में शीशे की तरह यमुना क्लीन होती दिखाई देगी।
Delhi Yamuna Clean Mission: देश की राजधानी दिल्ली में जब इस बार विधानसभा चुनाव हुए तो यमुना सफाई का मुद्दा खूब सियासी पार्टियों के बीच चला। पक्ष और विपक्ष एक – दूसरे पर यमुना सफाई को लेकर कटाक्ष भी करते दिखाई दिए। लेकिन अब दिल्ली की जनता को उनकी यमुना बहुत जल्द साफ होती दिखाई देगी। दरअसल यमुना नदी को साफ करने के लिए सरकार ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। दिल्ली सरकार के जल बोर्ड विभाग ने यमुना नदी को साफ करने के लिए खाका और बजट दोनों तैयार कर लिया है। दिल्ली जल बोर्ड ने अपनी निजी फंडिंग से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ( एसटीपी) बनाने की पूरी योजना बना ली है। दिल्ली जल बोर्ड विभाग ने एक नोटिफिकेशन जारी कर प्राइवेट कंपनियों से प्रस्ताव मांगे हैं। बता दें कि दिल्ली जल बोर्ड ने ना सिर्फ बड़ी प्राइवेट कंपनियों से प्रस्ताव मांगे बल्कि सरकारी स्वामित्व वाली पीएसयू सेक्टर की कंपनियां भी कार्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी (सीएसआर) के अंतर्गत अपने प्रस्ताव सामने रख सकती है।
बीजेपी निभाएगी यमुना सफाई का वादा
आपको बता दें कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सरकार के पहले बजट में ही यमुना की सफाई को प्राथमिकता देते हुए सीवेज संशोधन के लिए एसटीपी बनाने की घोषणा की थी। उन्होंने तब कहा था कि हमारा एक मुद्दा यमुना नदी की सफाई करवाना भी था। इसलिए हमने ये ये कदम उठाया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के एसटीपी की घोषणा के बाद जल बोर्ड विभाग ने परियोजना पर मिशन के रूप में काम करना शुरू कर दिया है। जल बोर्ड ने कहा है कि खुले नालों के जरिए जो पानी यमुना में बहता है, उसे पूरी तरह स्वच्छ बनाया जाएगा। खबर के मुताबिक दिल्ली की यमुना में प्रदूषण बहुत ज्यादा है। अप्रैल महीने में दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ( डीपीसीसी) ने मूल्यांकन किया था। उन्होंने पाया प्रदूषण की मात्रा अधिक है। उन्होंने बताया जांच में पॉल्यूशन के कुछ पैरामीटर में वृद्धि देखी गई थी। पिछले महीने में 37 में से 16 एसटीपी मानक पूरा करने में विफल रहे थे। एक रिपोर्ट के अनुसार यह पता चला है कि यमुना नदी में गंदगी का स्तर इतना बढ़ गया था कि शहर से बाहर निकलने तक नदी में गंदगी का स्तर 1500,000 यूनिट तक पहुंच गया।
क्या है दिल्ली जल बोर्ड का मिशन
दिल्ली सरकार और जल बोर्ड विभाग ने तय कर लिया है कि आने वाले कुछ महीनों में यमुना नदी पूरी तरह से साफ नजर आने लगेगी। इसके लिए मॉड्यूल सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ( एसटीपी) बनाये जायेंगे। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट प्लग – एंड – प्ले एसटीपी एक ऐसा मॉडल है। जो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को स्थापित और संचालित करने की प्रक्रिया को सरल और तेज कर देता है। इसे सीधे बने साइट में लाकर स्थपित किया जाता है। इसका फायदा ये होता है कि समय के साथ लागत भी कम लगती है। और ज्यादा रखरखाव की जरूरत भी नही होती। इसमें सीवेज का शंसोधन उसी स्थान पर किया जाता है जहां से गंदगी निकलती है। जैसे हाउसिंग सोसाइटी, इंडस्ट्रियल एरिया, व्यवसायिक क्षेत्र आदि। बता दें कि कंपनियां जो फंड इस पर खर्च करेंगी। वो दिल्ली जल बोर्ड को देने की बजाय सीधे उन संस्थाओं को भुगतान करेंगी। जो एसटीपी का निर्माण करने के लिए चुनी जाएंगी। सरकार की तरफ से एसटीपी को एक समय सीमा भी निर्धारित की जाएगी।
आप पार्टी ने सरकार पर बोला हमला
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने यमुना नदी की सफाई के लिए जो कदम उठाए हैं। उससे ये साबित होता है कि पिछली सरकारों से ज्यादा वह कितनी सीरियस है। लेकिन दिल्ली की विपक्षी पार्टी आम आदमी पार्टी ने यमुना नदी का BOD लेवल दिखाकर रेखा गुप्ता सरकार पर हमला बोला है। आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi party) ने यमुना सफाई को लेकर किए जा रहे कामों को नौटंकी बताता है। विपक्ष ने रिपोर्ट दिखाकर कहा कि यमुना नदी का पानी अब तक सबसे ज्यादा प्रदूषित है l उन्होंने आगे कहा कि DPCC कि रिपोर्ट बताती है कि यमुना नदी में BOD( Biological Oxigen Demand ) का लेवल मानक 42 गुना ज्यादा है। ऐसा पहले कभी नही हुआ। सरकार सिर्फ दिखावा और नौटंकी कर रही है। जनता को दिखाने और खुश करने के लिए ड्रामा किया जा रहा है।
पीएम मोदी ने यमुना को लेकर कही थी ये बड़ी बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली चुनावों के साथ – साथ पिछले महीने हुई एक कैबिनेट की बैठक में कह चुके है कि छठ पर्व पर यमुना बदल – बदली नजर आएगी। मोदी( PM Narendra Modi) ने कहा था कि यमुना को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए तीन माह से तीन साल की योजना तैयार होगी। इसके लिए दिल्ली और केंद्र सरकार ( Delhi Government -Central Government) मिलकर काम करेंगे। दिल्ली की जनता को बहुत जल्द यमुना नदी साफ नजर आयेगी
Follow Us On
YouTube: @Aanchalikkhabre
Facebook: @Aanchalikkhabre
Instagram: @aanchalik.khabre
Twitter”X” : aanchalikkhabr
ये भी पढ़े : Waqf Board Bill: सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ बोर्ड पर सुनाया बड़ा फैसला, विपक्ष चारो खाने चित्त