Israel Hamas War 2025: इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू की हमास को खत्म करने की जिद्द कम नहीं हो रही है। बुधवार को भी इजराइली सेना ने गाजा पर हमले जारी रखे। इस हमले में 82 लोगों के मारे जाने की खबर है। मरने वालों में सबसे ज्यादा महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इजराइल ने युद्ध के बीच मानवीय सहायता भी नहीं पहुंचने दी। इससे पहले खुद सोमवार को इजराइल ने राहत सामग्री भेजी थी। लेकिन उसका वितरण नही होने दिया गया। गाजा को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने चिंता जताई है। साथ ही गाजा पर एक्शन को लेकर 17 देशों ने इजराइल पर एक्शन की मांग की है। सभी ने मानवीय अधिकार के उल्लंघन की निंदा करते हुए सहयोग समझौते की समीक्षा की मांग की है। तो वहीं ब्रिटेन ने फ्री ट्रेड वार्ता की सस्पेंड कर दिया है।
यूरोपीय देशों ने अपनाया सख्त रुख
Israel gaza Conflict: गाजा में जारी हमलें के बीच ब्रिटेन ने इजराइल के खिलाफ बड़ा फैसला लेते हुए कहा है कि ब्रिटेन ने इजराइल के साथ मुक्त व्यापार वार्ता को अस्थाई रूप से रोक दिया है। हमनें ये फैसला इसलिए किया है कि इजराइल मानवीय सहायता रोक रहा है। साथ ही लगातार गाजा में बेकसूर मासूमों की जानें ले रहा है। ये हमें अस्वीकार्य है। हमनें ने ब्रिटेन के पश्चिमी तट पर कब्जा जमाए इजराइली बस्तियों के प्रमुख नेताओं वा उनके संगठनों को भी प्रतिन्धित करेंगे। दूसरी तरफ यूरोपियन यूनियन के 17 देशों ने गाजा हमले की लेकर इजराइल की खुलकर आलोचना की है। इसमें स्पेन, आयरलैंड,बेल्जियम , नीदरलैंड,स्वीडन, फ्रांस , जर्मनी , डेनमार्क,ऑस्ट्रिया, इटली, ग्रीस, चेक गणराज्य, पोलैंड, कोएशिया, साइप्रस, स्लोवोनिया, लक्जमबर्ग ने इजराइल के खिलाफ एक्शन की बात कही है। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र ने भी इजराइल की कड़ी आलोचना की है।
बेंजामिन नेतन्याहू का कड़ा संदेश
इजराइल ने बीते कुछ दिनों से गाजा पर हमलें तेज कर दिए हैं। आलोचना के बावजूद इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू पीछे हटने को राजी नहीं हैं। उन्होंने बुधवार को अपने एक बयान में कहा कि देश की सुरक्षा से हम समझौता नहीं करेंगे। ना ही हम अपने कदमों से पीछे हटेंगे। वहीं फ्रांस ने फिलिस्तीन को राज्य की मान्यता देने के लिए अपने फैसले को दोहराया है। फ्रांस के विदेश मंत्री ने कहा कि गाजा के बच्चों को नफरत और हिंसा विरासत में नहीं मिलनी चाहिए। फिलिस्तीन को राज्य की मान्यता देने वाले फ्रांस के बयान के बाद इजराइल ने कहा कि फिलिस्तीन राज्य की मांग करना हमास को इनाम देने के बराबर है। जिसे इजराइल कभी नहीं होने देगा।
हमास नेता मोहम्मद सिनवार की हुई मौत
पिछले 19 महीनों से इजराइल और हमास एक दूसरे के आमने – सामने हैं। इस जंग में अब तक 62 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। वहीं 20 लाख लोग विस्थापित हुए हैं। बुधवार को को इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि हमारी सेना ने संभवत हमास नेता मोहम्मद सिनवार को मौत के घाट उतार दिया है। वहीं एक खबर के मुताबिक इजराइल बहुत जल्द ईरान पर हमला कर सकता है। दावा किया जा रहा है कि अगर ईरान और अमेरिका के बीच चल रही परमाणु कार्यक्रम की बातचीत विफल रहती है तो वो ईरान पर हमला कर देगा।
इजराइल मिडिल ईस्ट में इकलौता परमाणु संपन्न देश
साल 1948 में दुनिया के अस्तित्व में आने वाला इजराइल आजादी के बाद से ही अपने पड़ोसी मुल्क अरब देशों से युद्ध लड़ता रहा है। इजराइल ने तीन युद्ध लड़े और तीनों में जीत हासिल की। इजराइल ने साल 1960 के दशक में ही परमाणु हथियार बना लिया था। इजराइल ने भी भारत और पाकिस्तान की तरह परमाणु संधि पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। इजराइल की शुरू से ही मंशा रही है कि वो मिडिल ईस्ट में इकलौता परमाणु संपन्न देश रहे। इसलिए इजराइल की पूरी कोशिश रही है कि कोई भी अरब देश परमाणु कार्यक्रम ना बना सके। इजराइल ने साल 1981 इराक और 2007 में सीरिया पर हवाई हमले कर उनके परमाणु रिएक्टरों को नष्ट कर दिया। इसके बाद उसने ईरान को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया। जो अभी तक जारी है। इजराइल को अमेरिका का पूरा समर्थन हासिल है। कि वो ईरान के परमाणु कार्यक्रम में कार्रवाई करे|
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