लोकमाता अहिल्या बाई होलकर के सम्मान में बदलाव
महाराष्ट्र सरकार द्वारा अहमदनगर का नाम बदलकर ‘अहिल्यानगर’ करने के फैसले के बाद अब भारतीय रेलवे ने भी अहमदनगर रेलवे स्टेशन का नाम बदल दिया है। मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ. स्वप्नील निला ने बताया कि यह परिवर्तन लोकमाता देवी अहिल्या बाई होलकर को सम्मान देने के लिए किया गया है। लंबे समय से स्थानीय लोगों की मांग थी कि जिले और स्टेशन का नाम बदलकर अहिल्यानगर किया जाए, जिसे अब पूरा कर दिया गया है।
नया नाम, पुराना कोड बरकरार
रेलवे ने स्पष्ट किया है कि स्टेशन का नाम हिंदी और मराठी (देवनागरी) में ‘अहिल्यानगर’ और अंग्रेज़ी (रोमन लिपि) में ‘AHILYANAGAR’ लिखा जाएगा। हालांकि स्टेशन कोड पहले की तरह ‘ANG’ ही रहेगा, जिससे यात्रियों को कोड याद रखने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
यात्रियों के लिए अपील
रेलवे ने यात्रियों और आम जनता से अपील की है कि वे टिकट बुकिंग और यात्रा के दौरान नए नाम ‘अहिल्यानगर’ का उपयोग करें। यह बदलाव आने वाले समय में सभी रेलवे एप्स, रिज़र्वेशन सिस्टम और स्टेशन साइनबोर्ड पर भी दिखाई देगा।
नई रेल लाइन और उद्घाटन ट्रेन
मध्य रेल ने यह भी जानकारी दी है कि अमलनेर(बी)–बीड नई रेल लाइन का उद्घाटन 17 सितंबर 2025 को किया जाएगा। इस ऐतिहासिक मौके पर मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में बीड से अहिल्यानगर के बीच उद्घाटन ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा। इससे यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी और तेज़ यात्रा सुविधा मिलेगी।
इस खंड में कुल छह स्टेशन
नई रेल लाइन के अंतर्गत ये छह स्टेशन शामिल होंगे:
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बीड
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राजुरी (नवगण)
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रायमोहा
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विघनवाड़ी
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जतनांदूर
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अमलनेर(बी)
ऐतिहासिक बदलाव और स्थानीय गर्व
यह परिवर्तन सिर्फ़ नाम का नहीं बल्कि स्थानीय लोगों की पहचान और गर्व से जुड़ा है। अहिल्यानगर नामकरण से जिले को नई पहचान मिलेगी और लोकमाता अहिल्या बाई होलकर की स्मृति को सम्मान मिलेगा। लंबे समय से चल रही इस मांग के पूरी होने के बाद इसे ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
क्षेत्र के विकास को नई दिशा
विशेषज्ञों का मानना है कि नई रेल लाइन और स्टेशन के नामकरण से क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व वाले स्थानों तक पहुंच आसान होगी और स्थानीय लोगों को रोज़गार व व्यापार के नए अवसर मिलेंगे।
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