अंतर महाविद्यालय ऑनलाइन आशु भाषण प्रतियोगिता संपन्न-आंचलिक ख़बरें-राजेश शर्मा

Aanchalik Khabre
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नई दिल्ली – दिल्ली विश्वविद्यालय अंतर महाविद्यालय आशु भाषण प्रतियोगिता का आयोजन
हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार के लिए, दिल्ली हिंदी साहित्य सम्मेलन एवं दिल्ली विश्वविद्यालय के स्वामी श्रद्धानंद महाविद्यालय (स्नातकोत्तर) के संयुक्त तत्त्वाधान में अंतर महाविद्यालय ऑनलाइन आशु भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
दिल्ली विश्वविद्यालय के 25 महाविद्यालय के 46 प्रतिभागियों ने इस प्रतियोगिता में पूर्ण उत्साह के साथ भाग लिया, जिसकी दर्शकों एवं श्रोताओं ने भरपूर सराहना की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता, श्रीमती इंदिरा मोहन (अध्यक्षा-दि.हि.सा.स) ने की और कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ दीपक पांडेय (सहायक निदेशक, केंद्रीय हिंदी निदेशालय) ने समारोह को गरिमा प्रदान की। प्रतियोगिता में सम्माननीय निर्णायक के रूप में सदानंद पांडेय, (सह संपादक, दैनिक वीर अर्जुन) डॉ. नीलम सिंह (प्रतिष्ठित साहित्यिकार) ने शिरकत की। कार्यक्रम के प्रारंभ में दिल्ली हिंदी साहित्य सम्मेलन के महामंत्री और श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. रवि शर्मा ‘मधुप’ ने सम्मेलन की योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि
विद्यार्थियों के लिए भारत की राष्ट्रभाषा हिंदी बोलना एवं समझना आवश्यक है, इंग्लिश के पीछे भागने के चक्कर में युवा पीढ़ी हिंदी में भी पिछड़ रही है । विश्व स्तर पर हिंदी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है और भारत में करीब 50 फीसदी लोग हिंदी बोलते हैं। जनगणना के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2001 से 2011 के बीच देश में हिंदी बोलने वाले 10 करोड़ लोग बढ़े। यह देश में सबसे तेजी से बढ़ती हई भाषा है। इससे व्यक्ति का व्यक्तित्व झलकता है और वह जीवन में सफलता के चरम को छू सकता है।
ऐसी प्रतियोगिताओं के माध्यम से हम अपने बच्चों का आधार मज़बूत बना रहे हैं, ताकि वे अपना सर्वांगीण विकास कर जीवन में सफलता प्राप्त कर सकें।
प्रतियोगिता के निर्णायक बिंदु रहे – विषय वस्तु का स्तर, उसको आरंभ एवं समापन करने का ढंग, शब्द भंडार, शुद्ध उच्चारण, हाव-भाव के साथ प्रस्तुतीकरण। प्रत्येक विद्यार्थी को 2 मिनट में अपने विषय को प्रस्तुत करना था। प्रत्येक प्रतियोगी को अलग – अलग विषय दिया गया था, जिस पर प्रतियोगी को अपने विचार तत्काल प्रस्तुत करने थे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. दीपक पांडेय, अध्यक्षा श्रीमती इंदिरा मोहन ने प्रतियोगियों का उत्साहवर्धन करते हुए उनके प्रयासों की भूरि भूरि प्रशंसा की। निर्णायक मंडल के सदस्य के रूप में सदानंद पांडेय एवं डॉ नीलम सिंह ने ऑनलाइन रहकर सभी प्रतिभागियों की प्रस्तुति का गहन विश्लेषण किया । प्रतियोगिता का परिणाम
निर्णायक मंडल के निर्णयानुसार मैत्रेयी कालेज की प्रियांशी वर्मा ने ‘जय जवान जय किसान जय विज्ञान’ विषय पर अपना भाषण प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया, उन्हें प्रथम पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। इसी प्रकार आत्माराम सनातन धर्म कालेज की ओर से आराध्या शर्मा ने ‘मन के हारे हार है मन के जीते जीत’ विषय पर अपने विचार प्रकट किए और द्वितीय पुरस्कार प्राप्त किया। तृतीय पुरस्कार देवांश द्विवेदी को मिला।
ज्ञातव्य हो कि उपर्युक्त प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार , द्वितीय पुरस्कार, तृतीय पुरस्कार के लिए नगद राशि एवं प्रमाणपत्र तथा 11 प्रतिभागियों को प्रोत्साहन प्रमाण पत्र दिया गया।
ऑनलाइन प्रतियोगिता का यह प्रयास अत्यधिक सफल रहा। कॉलेज के ऊर्जावान प्राचार्य प्रो प्रवीण गर्ग के साथ डॉ. रवि शर्मा ‘मधुप’ (महामंत्री-दि.हि.सा.स), प्रो. प्रदीप कुमार (संयोजक), डॉ. प्रतिभा राणा, हिंदी विभाग प्रभारी, डॉ. ऐश्वर्या झा, डॉ. संतोष राय ने अहम् भूमिका निभाई। डॉ. ऐश्वर्या झा के शानदार संचालन ने सभी को प्रभावित किया। प्रोफेसर प्रदीप कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

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