नयी दिल्ली – कोविड टीकों के समान वितरण को सुनिश्चित करने के लिए स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया (एसआईओ) ने देश भर में टीका लगवाने का एक जागरूकता अभियान शुरू किया है| इस अभियान द्वारा मोबाइल और इंटरनेट की सुविधा से वंचित लोगों को टीके के लिए पंजीकृत भी किया जाएगा।
संगठन ने कोविड 19 एन्टी कोरोना वैक्सीन टीकाकरण के सरकारी सभी प्रावधानों के मद्देनजर ज़मीनी स्तर पर चुनौतिपूर्ण सार्वभौमिक टीकाकरण के’ नाम से यह अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत विभिन्न राज्यों में SIO के ‘कोविड रिलीफ टास्क फोर्स’ के वॉलंटियरर्स टीकाकरण कार्यक्रम के बारे में जागरूकता फैलाएंगे, पंजीकरण करेंगे और परिवहन और अन्य सुविधाएं प्रदान करेंगे। संगठन यह सुनिश्चित करने के लिए राज्य और केंद्र सरकारों पर दबाव बनाना जारी रखेगा कि कोई भी नागरिक टीके से वंचित न रह जाए।
कोविड रिलीफ टास्क फोर्स का गठन अप्रैल में महामारी की दूसरी लहर के दौरान कोविड रोगियों को महत्वपूर्ण चिकित्सा सुविधाओं से जोड़ने के लिए किया गया था। जिसमें देश भर से 1,000 से अधिक स्वयंसेवक शामिल हैं। पिछले दो महीनों में इन स्वयंसेवकों ने 30,000 से अधिक संकट कॉल प्राप्त किए और लगभग 20,000 रोगियों को ऑक्सीजन, अस्पताल के बिस्तर, प्लाज्मा दाताओं, दवाओं और एम्बुलेंस की उपलब्धता के बारे में सत्यापित जानकारी प्रदान की।
“कोरोनावायरस के खिलाफ चल रही इस निरंतर लड़ाई में सबसे महत्वपूर्ण चरण टीकाकरण का है। हालांकि कई लोग अभी भी इसे लेने से हिचकिचा रहे हैं। दूसरी ओर समाज का एक बड़ा वर्ग जो डिजिटल संसाधनों से दूर है और उन का इस्तमाल करना नहीं जानता उसे टीकों से वंचित किया जा रहा है। केंद्र सरकार की गलत योजनाओं और गलत नीतियों के कारण हम अभी भी सार्वभौमिक टीकाकरण से मीलों दूर हैं,” एसआईओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद सलमान अहमद ने कहा।
आने वाले हफ्तों में एसआईओ समाज के नेताओं, प्रभावशाली व्यक्तित्वों और विशेषज्ञों को शामिल करके बड़े पैमाने पर जागरूकता बढ़ाने की योजना बना रहा है। अन्य गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से संगठन से जुड़े स्वयंसेवक डिजिटल रूप से पिछड़े क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए प्रार्थना स्थलों, सामाजिक केंद्रों और कार्यालयों में पंजीकरण में सहायता के लिए कियोस्क और काउंटर स्थापित करेंगे। संगठन सरकार से सार्वभौमिक टीकाकरण की अपनी ज़िम्मेदारी को व्यवस्थित रूप से संचालित करने का भी आग्रह करेगा।
जबकि सरकार महामारी को नियंत्रित करने और सभी के लिए टीके सुनिश्चित करने में बुरी तरह विफल रही है, हमें अपनी ज़िम्मेदारी को समझना चाहिए और जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए। हम कोविड रिलीफ टास्क फोर्स का सफलतापूर्वक काम कर रहा है और अब इसका उपयोग टीकों को समाज के सबसे वंचित वर्गों तक ले जाने के लिए करेंगे,” सलमान अहमद ने कहा।