रोहतक, 1 सितंबर (राजेश शर्मा)- आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद व हरियाणा सहप्रभारी डा सुशील गुप्ता ने किसानों के समर्थन में एक बार फिर से जोरदार हल्ला बोलने का मन बना लिया है।
उन्होंने कहा कि पिछले 9 महीने से केन्द्र सरकार के तीनों काले कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने अपना आंदोलन चला रखा है। मगर भाजपा की केन्द्र सरकार और हरियाणा की सरकारों को किसानों का शांतिपूर्ण चलने वाला आंदोलन रास नहीं आ रहा है।
वह अपने तुगलकी आदेशों से किसानों पर एक के बाद एक अत्याचार करती आ रही है। सबसे ताजी घटना करनाल में किसानों पर की गई लाठीचार्ज की है, जहां सैकडो किसान घायल हुए। जिसकी हम पहले दिन से ही कडी निंदा करते आ रहे है।
डा गुप्ता ने रोहतक में पार्टी कार्यकताओं की बैठक के उपरांत पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आज लगभग 9 महीने बीत चुके है। इस आंदोलन में करीबन 600 से अधिक किसान अपनी शहादत दे चुके है। इसके बावजूद किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। उन्होंने आंदोलन में सर्दी, गर्मी तथा बरसात तक को नहीं देखा। दूसरी और सरकार ने किसानों के साथ बातचीत तक करनी बंद कर दी। जबकि हमारे प्रधानमंत्री कहते है कि वह 1 फोन की दूरी में हैं,
मगर फोन नंबर नहीं बताते। रोहतक में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में डा गुप्ता के अलावा पार्टी के महासचिव पंकज ग ुप्ता तथा प्रदेश से आए पदाधिकारी भी मौजूद थे।
-आम आदमी पार्टी किसानों के साथ किस कदर है, इसकी जानकारी एक दो दिनों में चंडीगढ में प्रैस वार्ता के माध्यम से दी जायेगी।
डा गुप्ता ने कहा कि पार्टी किस तरह से किसान आंदोलन के साथ है, इसका खुलासा वह एक दो दिनों में करेंगे। इस कार्यक्रम को लेकर आज पार्टी के हरियाणा के सभी विधानसभा, जिला स्तर के पदाधिकारियों के साथ रोहतक में बेठक की गई। इस बैठक में हरियाणा प्रदेश में आम आदमी पार्टी करीब 100 से अधिक पदाधिकारियों ने बैठक में अपने-अपने विधार रखे। जिसके उपरांत डा सुशील गुप्ता ने बैठक में अपने अगले कार्यक्रम की जानकारी का खुलासा आगामी 3 सितंबर को चंडीगढ मं करने की बात कही।
पार्टी के राश्टृीय महासचिव पंकज गुप्ता ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए हरियाणा सरकार पर भी आरोप लगाया कि पहले तो सरकार आंदोलन वापस लेने के लिए समझौता करती है। दूसरे ही दिन किसानों पर पुलिस द्वारा लाठी डंडे चलती है। करनाल, कुरूक्षेत्र व हिसार में हुए लाठीचार्ज इसका जीता जागता उदाहरण आपके सामने है।
उन्होंने कहा बीते सप्ताह मुख्यमंत्री का शांतिपूर्ण विरोध करने पहुंचे किसानों पर खटटर के अधिकारी पुलिस को आदेश देते है कि कोई भी किसान बिना सर फटे नहीं जाना चाहिए। सरों पर डंडे बरसाने के बाद मुकदमें भी करवाते है। वहीं अधिकारी के आदेश को हरियाणा मुख्यमंत्री सही बताने में कोई कसर नहीं छोडते। यह मुख्यमंत्री का दोहरा चरित्र दर्शाता है।