BR Ambedkar Jayanti 2025 Quotes, Wishes, Images : जानें डॉ. अंबेडकर की 135वीं जयंती के अवसर पर उनके आदर्शों के बारे में|
जब भी हम भारतीय समाज में समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व की बात करते हैं, हमारे दिमाग में सबसे पहला नाम आता है डॉ. भीमराव अंबेडकर का। BR Ambedkar Jayanti 2025 के दिन हम उस महान आत्मा को याद करते हैं
जिन्होंने भारत के सामाजिक और कानूनी ढांचे को बदलने की दिशा में अभूतपूर्व कार्य किए। यह दिन सिर्फ एक जयंती नहीं है, यह उस संघर्ष की पुनरावृत्ति है जो एक व्यक्ति ने अपने जीवन में अनगिनत कष्टों और अवरोधों के बावजूद समाज में समानता स्थापित करने के लिए किया।
135th Ambedkar Jayanti 14 अप्रैल को हर साल मनाई जाती है, लेकिन 2025 में यह दिन और भी खास है क्योंकि यह डॉ. अंबेडकर की 135वीं जयंती है, जो सोमवार के दिन पड़ रही है। यह वही दिन है, जब भारतीय संविधान के निर्माता ने जन्म लिया था, और उनके संघर्ष की कहानी ने लाखों लोगों को प्रेरित किया। Bhim Jayanti के इस अवसर पर, हम उनके जीवन के उस अदम्य साहस को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिसने भारतीय समाज के सबसे निचले वर्ग को अधिकार और सम्मान दिलवाया।
Ambedkar Jayanti 2025: डॉ. भीमराव अंबेडकर का योगदान और उनके आदर्श
Ambedkar Jayanti, जिसे हम ‘समता दिवस’ भी कहते हैं, डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के रूप में मनाई जाती है। अंबेडकर साहब ने अपना जीवन समाज में समानता, न्याय, और स्वतंत्रता की स्थापना के लिए समर्पित किया।
उन्होंने महिलाओं, श्रमिकों और दलित समुदायों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी और सामाजिक भेदभाव को समाप्त करने का संघर्ष किया। उनकी सोच और कार्यों ने भारतीय समाज को गहराई से प्रभावित किया है।
14 अप्रैल को Ambedkar Jayanti के रूप में मनाने का उद्देश्य डॉ. अंबेडकर की शिक्षाओं को फैलाना और उनकी दृष्टि के अनुसार समाज को प्रेरित करना है। उनका कहना था कि “समाज में समानता के बिना कानून द्वारा दी गई स्वतंत्रता का कोई महत्व नहीं है।”
Ambedkar Jayanti 2025: डॉ. भीमराव अंबेडकर का जीवन और संघर्ष
डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था। वे महार जाति से थे, और उनके जीवन में जातिवाद और भेदभाव का सामना करने के बावजूद उन्होंने शिक्षा, समानता, और सामाजिक न्याय के लिए हमेशा आवाज उठाई।
अंबेडकर साहब ने ‘बहिष्कृत हितकारिणी सभा’ की स्थापना की थी, जिससे उन्होंने सामाजिक और शैक्षिक सुधारों का आगाज किया। डॉ. अंबेडकर का जीवन ही एक प्रेरणा है। उन्होंने भारतीय संविधान का मसौदा तैयार किया और भारतीय समाज को एक नया दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका योगदान आज भी हमारे संविधान और समाज में जीवित है।
Inspirational Quotes , Massages, Images By Bhimrao Ambedkar
BR Ambedkar Jayanti Status: Ambedkar Jayanti के अवसर पर डॉ. भीमराव अंबेडकर के कुछ प्रसिद्ध उद्धरणों (Famous Quotes), जो आज भी हमारे समाज को प्रेरित करते हैं:
1. “मैं उस धर्म को पसंद करता हूं जो स्वतंत्रता, समानता और भ्रातृत्व की शिक्षा देता है।”
2. “राजनीतिक अत्याचार, सामाजिक अत्याचार से कुछ भी नहीं है, और जो समाज को चुनौती देता है, वह एक राजनीतिज्ञ से अधिक साहसी है।”
3. “जब तक आप सामाजिक स्वतंत्रता प्राप्त नहीं कर लेते, तब तक कानून द्वारा दी गई कोई भी स्वतंत्रता आपके लिए कोई मायने नहीं रखती।”
4. “मनुष्य नश्वर हैं, जैसे विचार भी नश्वर होते हैं। एक विचार को प्रचार की उतनी आवश्यकता है जितनी एक पौधे को पानी की, अन्यथा दोनों मुरझा जाएंगे।”
5. “मैं किसी समुदाय की प्रगति को उस समुदाय में महिलाओं की प्रगति के आधार पर मापता हूं।”
6. “यदि आप सम्मानजनक जीवन जीने में विश्वास करते हैं, तो आप आत्म-सहायता में विश्वास करते हैं, जो सबसे अच्छी मदद है।”
7. “मानसिकता का विकास मानव अस्तित्व का अंतिम उद्देश्य होना चाहिए।”
8. “हमें अपनी ताकत पर खड़ा होना होगा और अपनी अधिकारों के लिए सबसे अच्छा संघर्ष करना होगा। संघर्ष जारी रखें और अपनी ताकत को व्यवस्थित करें। शक्ति और प्रतिष्ठा संघर्ष से आएगी।”
Ambedkar Jayanti 2025: समाज में समानता और न्याय का संदेश
Ambedkar Jayanti 2025 हर भारतीय के लिए एक अवसर है जब हम डॉ. अंबेडकर के योगदान और उनके द्वारा बताए गए आदर्शों का अनुसरण करने का संकल्प लेते हैं। इस दिन, Ambedkarites विभिन्न राज्यों में उनके स्मारकों पर फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और समाज में समानता, न्याय, और अधिकारों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को फिर से याद करते हैं।
Who was Bhimrao Ambedkar?
डॉ. भीमराव अंबेडकर का योगदान भारतीय संविधान में बहुत महत्वपूर्ण था। वे संविधान निर्माण समिति के अध्यक्ष थे, और उनका दृष्टिकोण समाज के सभी वर्गों के लिए समान अधिकार सुनिश्चित करने के लिए था। Ambedkar Jayanti के दिन, हम उनके योगदान को सम्मानित करते हैं और यह संकल्प लेते हैं कि हम उनके सिद्धांतों का पालन करेंगे। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हम सभी को समान अधिकार मिलने चाहिए और सामाजिक न्याय की दिशा में हर कदम उठाना चाहिए।
Ambedkar Jayanti पर क्या खास होता है?
भारत के विभिन्न हिस्सों में Ambedkar Jayanti को सार्वजनिक अवकाश के रूप में मनाया जाता है। Bank Holiday इस दिन स्कूलों, कॉलेजों और विभिन्न संगठनों में सेमिनार, कार्यशालाएं, और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। Ambedkar Jayanti पर किए गए आयोजन समाज में समानता के संदेश को फैलाते हैं और डॉ. अंबेडकर की जीवनदृष्टि को प्रकट करते हैं।
Ambedkar Jayanti 2025 और उसका महत्व
Ambedkar Jayanti 2025 हमें डॉ. भीमराव अंबेडकर की महानता को याद करने और उनके बताए मार्ग पर चलने का अवसर देती है। यह दिन हमें यह सिखाता है कि समाज में किसी भी प्रकार के भेदभाव को समाप्त करना और सभी नागरिकों को समान अधिकार देना हमारी जिम्मेदारी है। Ambedkar Jayanti 2025 पर हम सभी को अपने समाज में समानता, शिक्षा, और न्याय के सिद्धांतों को अपनाने का संकल्प लेना चाहिए।
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