धान खरीदी केंद्र महुआ गांव समिति में किसानों के साथ मनमानी वसूली के अलावा किसानों की धान की बोरिया भी हो रही गायब
खबर निकलने के बाद छुट्टी के दिन जांच करने रबिबार को सर ई तहसील दार और वैढन से टीम आई थी जाच के नाम कोरम पूरी कर चली गई
मिली जानकारी के मुताबिक मौके पर आए जांच दल केअधिकारी समिति प्रबंधक के ही तरफदार निकलते हैं जिससे जनता की आवाज और संपत्ति दोनों का हरण हो रहा है , बार-बार आम जनता की शिकायतो पर जांच दल भी पर्दा डालने का ही काम करती है ऐसे में आमजन के संपत्ति का शोषण होना लाजमी है कहने का तात्पर्य है कि निरंकुश शासन में अधिकारियों का अधिकार है ना की जनता का जनता की आवाज को लगातार कुचला जा रहा है
केन्द्र बन्द के दिन चल रहा धान खारीदी केंद्र कमिशन पर ,ऐसे में राज्य के मुख्यमंत्री का आम जनता के हित का ध्यान रखने ,ध्यानआकृष्ट कराया जाता है महुआ गांव धान खरीदी केंद्र की निगरानी विशेष जांच दल द्वारा की जाए और खरीदी केंद्र से प्रताड़ित और पीड़ित किसानों की आवाज को सुना जाए अन्यथा किसानों के संपत्ति की लूट लगातार होती ही रहेगी और धन्ना समित प्रबंधक व दलाल धनकुबेर बन जाएगा इसमें कोई शक नहीं है।
आपसे बता दें कि सिंगरौली जिले के सरई तहसील के ग्राम पंचायत महुआगांव समिति में धान खरीदी के दौरान मनमानी वसूली की जा रही है।
रघुनाथ सहित सभी किसानों का आरोप है कि वसूली समिति प्रबंधक के निर्देश पर की जा रही है। किसानों की माने तो उनसे 3 रुपए प्रति बोरी अनलोडिंग के, 3 रुपए बोरी का धान पलटने, दो रु तौल व सिलाई के और 5 रुपए प्रति बोरी ढुलाई के लिए जा रहे हैं। साथ ही प्रति बोरे में 400 ग्राम धान अतिरिक्त लिया जा रहा है। किसानों का कहना है कि यह निर्धारित रकम नहीं देने वाले किसानों का धान
खरीदा गया । आम किसानो का धान केंद्र पर नहीं खरीदा जा रहा है। इसके अलावा केंद्रों पर दलालों के सक्रिय होने की बात भी कही जा रही है। दलालों की जेब हरी करने वालों की खरीदी पहले ही हो जाती है। बाकी को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। किसानों ने इसकी शिकायत केंद्र पर जांच करने के लिए पहुंचने वाले अधिकारियों से की गई, लेकिन नतीजा सिफर रहा है। केंद्र पर मनमानी को लेकर किसानों में भारी आक्रोश है। किसानों का कहना है कि प्रबंधक को नहीं हटाया जाता है तब तक किसानों के साथ लूट होती रहेगी समित प्रबंधक को हटाया जाए अन्यथा किसान धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
आंचलिक खबरें सिंगरौली सिटी ब्यूरो पुष्पजीत साहू