Clean India : देश भर में फैली अपनी सभी परिषदों और संस्थानों समेत आयुष मंत्रालय ने, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय और जल शक्ति मंत्रालय के सहयोग से साफ सफाई और स्वच्छता के लिए ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान की शुरूआत की है। ‘स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता’ की थीम के तहत, इस अभियान में व्यावहारिक और सांस्कृतिक बदलाव दोनों पर फोकस किया जाएगा। अभियान के शुरूआती चरण के दौरान कुल 416 गतिविधियों को चिन्हित किया गया है, जिनके ज़रिए इस राष्ट्रव्यापी प्रयास के लिए आधार तैयार किया जाएगा।
एसएचएस 2024 अभियान के तहत देश भर में 416 स्वच्छता गतिविधियों को चिन्हित किया गया
आयुष मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री श्री प्रतापराव जाधव ने कहा, “आज, जब हम ‘स्वच्छता ही सेवा’ का शुभारंभ कर रहे हैं, मुझे स्वच्छ भारत मिशन के प्रति आयुष मंत्रालय की प्रतिबद्धता तथा सभी नागरिकों के लिए स्वच्छता, स्वास्थ्य और कल्याण के मूल्यों को व्यक्त करने पर गर्व है।” “स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता” विज्ञापन हमारे दृढ़ विश्वास को दर्शाता है कि स्वच्छता बनाए रखना बाहरी अभ्यास के साथ-साथ हमारे सांस्कृतिक मूल्यों और आंतरिक अनुशासन का भी प्रतिबिंब है।
स्वच्छ भारत की ओर मार्ग प्रशस्त करने की जिम्मेदारी प्रत्येक व्यक्ति की है। प्रत्येक व्यक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका है, चाहे वह स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देना हो, कचरे का उचित प्रबंधन करना हो, या हमारे घरों और समुदायों में स्वच्छता बनाए रखना हो। प्रत्येक नागरिक से न केवल इस प्रयास में भाग लेने के लिए कहा जाता है, बल्कि स्वच्छ और हरित भारत की ओर इस यात्रा को अपना बनाने के लिए भी कहा जाता है।
‘स्वच्छता ही सेवा’ के थ्री स्तम्भ Clean India
1- स्वच्छता में जन भागीदारी : अभियान तीन मुख्य स्तंभों के इर्द-गिर्द बना है, जिनमें से प्रत्येक का उद्देश्य जनता की भागीदारी बढ़ाना और टीमवर्क के माध्यम से महत्वपूर्ण प्रभाव डालना है। पहला स्तंभ ‘स्वच्छता में जन भागीदारी’ का उद्देश्य लोगों में जागरूकता और भागीदारी बढ़ाना है, साथ ही इस बात पर जोर देना है कि पर्यावरण को साफ रखना सभी की जिम्मेदारी है। ‘स्वच्छता में जन भागीदारी’ के उद्देश्यों में 169 गतिविधियाँ हैं जिन्हें मंत्रालय ने उन्हें प्राप्त करने में मदद करने के लिए चुना है। अपनी शुरुआत से ही, स्वच्छ भारत मिशन सामूहिक जिम्मेदारी पर बहुत अधिक निर्भर रहा है, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मंत्रालय इस विचार को मजबूत करना चाहता है ताकि लोग पर्यावरण संरक्षण और कचरा प्रबंधन को अधिक गंभीरता से लें।
इस अभियान का समर्थन करने के लिए, इसमें नागरिकों को शामिल करने, उनकी समझ बढ़ाने और विभिन्न समुदायों को अपने दैनिक जीवन में स्वच्छता के मूल्यों को अपनाने हेतु प्रेरित करने के लिए राष्ट्रव्यापी जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। आयुष मंत्रालय के इस अभियान के दौरान स्थानीय निकायों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, गैर सरकारी संगठनों, सीएसओ, उद्योगों और संघों को ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया जा रहा है, ताकि नागरिकों को स्वच्छता प्रयासों में उनकी भूमिका को देखने के नज़रिए में बदलाव आ सके।
2- सम्पूर्ण स्वच्छता : संपूर्ण स्वच्छता पहल के तहत, स्वच्छता लक्ष्य एकयी सहित दूसरे महत्वपूर्ण स्तंभ सम्पूर्ण स्वच्छता के अंतर्गत आयुष मंत्रालय द्वारा स्वच्छता अभियान के लिए 69 स्थानों का चयन किया गया है। इसका मकसद स्वच्छ और स्वस्थ स्थानों पर, उपेक्षित या चुनौतीपूर्ण स्थानों में बदलाव लाना है, जिन्हें अक्सर ब्लैक स्पॉट्स कहा कहा जाता है। इन स्थानों को नियमित स्वच्छता प्रयासों के दौरान प्रबंधित करना मुश्किल होता है, जिससे स्वास्थ्य और पर्यावरणीय जोखिम पैदा होने का खतरा रहता है।
यह अभियान मेगा स्वच्छता अभियान के ज़रिए, स्थानीय निकायों, खासकर गांवों में इन “ब्लैक स्पॉट” की चिन्हित करने और उनका निष्पादन करने के लिए प्रोत्साहित करता है, ताकि नागरिकों और भागीदार संगठनों दोनों में जागरुकता पैदा की जा सके।
3- ‘सफाई मित्र सुरक्षा शिविर : तीसरा महत्वपूर्ण स्तंभ ‘सफाई मित्र सुरक्षा शिविर’ है जो स्वच्छता कर्मचारियों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और कल्याण पर आधारित है, जिन्हें आमतौर पर सफाई मित्र के रूप में जाना जाता है। उनके प्रयासों का समर्थन करते हुए, काम करने के उनके हालातों में सुधार लाने के लिए 178 गतिविधियों की चिन्हित किया गया है। निवारक स्वास्थ्य जांच के तहत, ‘सफाई मित्रों’ और उनके परिवारों तक आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे।
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