प्रमोद मिश्रा
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के मऊ ब्लाक अंतर्गत, ग्राम पंचायत ददरी और ग्राम पंचायत सुरौन्धा की अस्थाई गौशालाओं में जिला गौ रक्षक दल के महामंत्री ने निरीक्षण किया । जिसमें उन्होंने वीडियो वायरल कर दिया कि, ददरी ग्राम पंचायत में गंदगी है ,सफाई नहीं है, पानी नहीं है ,भूसा नहीं है यह बातें अपने वीडियो में उन्होंने दिखाया है ।लेकिन ददरी गौशाला में व्यवस्था सही है, हम चैनल के माध्यम से दिखाएं गे 30 मार्च को गौ रक्षक दल का वीडियो वायरल हुआ है ।आज 31 मार्च को दोपहर को हम गौशाला पहुंचकर अंदर जाकर देखते हैं तो, सफाई हो रही थी ।क्योंकि 24 घंटे में एक बार ही सफाई हो पाती है, और जब पशु गौशाला में मौजूद रहते हैं तो, गंदगी गोबर की दिखेगी ही ।क्योंकि ददरी गौशाला में 140 के लगभग पशु हैं, इनका गोबर तीन मजदूर 4 घंटे सफाई का काम करके हटाते हैं । बाकी गौशाला के कार्यकर्ता पशुओं को चराने भी ले जाते हैं, ददरी की गौशाला भूसा वाले कमरे में में ताला बंद था ।लेकिन प्रयास कर अंदर का वीडियो बनाया तो काफी पर्याप्त भूसा वहां मौजूद है. और पानी टंकी में पानी भरा हुआ है।
और सुरौन्धा ग्राम पंचायत में भी व्यवस्था लगभग सही देखी वहां अभी तक लाइट की व्यवस्था नहीं हो पाई है । सचिव कुसुम पाल ने बताया कि, अगले 10 दिन में लाइट लग जाएगी और पम्प वहां पर चालू हो जाएगा। फिर भी सुरौंधा गौशाला के पशु सुबह 10, 11 बजे वहां के कार्यकर्ता चराने ले जाते हैं. और इस समय किसान की फसल कट रही है. इससे फसल के अवशेष से भी उनका पेट भर रहा है। गोबर गंदगी नहीं होती है, यह खाद रूप में पौष्टिक अनाज पैदा करने में इसका योगदान है ।सुरौंधा गौशाला की व्यवस्था के बारे में प्रधान ने बताया कि, हम प्रतिदिन लगभग सुबह 10 झाल भूसा पशुओं को डालते हैं. फिर जब शाम के 4 पर आते हैं तो, 5 झाल ही डालते हैं. क्योंकि पशु कुछ लद जाते हैं। हम आपको दिखा दे हम बराबर एक महीना का भूसा रखे हैं, जैसे आता उसकी व्यवस्था कर रहे हैं। इसलिए गौशालाओं में जो गंदगी होती है, इतनी नुकसानदायक नहीं होती गोमूत्र की महक से वायरस खत्म होते हैं। और गाय का गोबर और गोमूत्र को तो विदेशों में भी लोग इसकी महत्ता को जानने लगे हैं ।