द्वारका में होली का जश्न: जब रंगों में घुली सामाजिक एकता
द्वारका सेक्टर-13 का अभिनव ग्लोबल स्कूल। रंग-बिरंगी रोशनी से सजा हुआ। चारों तरफ होली के उल्लास का माहौल। हर चेहरा मुस्कान से दमक रहा था। कोई गुलाल से सजा था तो किसी के माथे पर चंदन की खूबसूरत लकीर थी।
अवसर था *अग्रवाल समाज द्वारका* द्वारा आयोजित *होली मंगल मिलन समारोह* का। समाज के सैकड़ों सदस्य, आम और खास, सभी एक ही मंच पर एकजुट होकर समाज की एकता और भाईचारे का जश्न मना रहे थे।
यह सिर्फ एक आयोजन नहीं था, बल्कि यह समाज की ताकत और एकजुटता का जीवंत उदाहरण था। समारोह में उमड़ी भीड़ और लोगों के चेहरे पर खुशी की चमक, इस बात का सबूत थी कि यह आयोजन समाज में सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्य अतिथियों का स्वागत: फूलों और चंदन से हुआ अभिनंदन
समारोह की शुरुआत हुई मुख्य अतिथियों के स्वागत से। द्वारका जिला डीसीपी *अंकित सिंह*, भाजपा विधायक *पवन शर्मा*, और समाजसेवी *कुलदीप सोलंकी* मुख्य रूप से उपस्थित थे।
अग्रवाल समाज द्वारका के प्रतिनिधियों ने मुख्य अतिथियों का स्वागत फूलों और चंदन से किया। जैसे ही मंच पर अतिथियों का आगमन हुआ, पूरे समारोह में तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी।
अतिथियों को मंच पर आमंत्रित किया गया और उनका अभिवादन किया गया। सभी ने एक स्वर में समाज की एकता और मजबूती की बात की।
समाज का अभिनंदन: जब सम्मानित हुईं विभिन्न संस्थाएं
अग्रवाल समाज द्वारका ने समारोह में विभिन्न सामाजिक संस्थाओं को भी सम्मानित किया। समाज के प्रति किए गए योगदान के लिए इन संस्थाओं को सम्मान-पत्र और स्मृति चिह्न भेंट किए गए।
संस्था के अध्यक्ष ने अपने उद्बोधन में कहा,
“हमारे समाज को एकजुट रखने में इन संस्थाओं का योगदान अतुलनीय है। हम चाहते हैं कि समाज के हर वर्ग से लोग आगे आएं और एक मजबूत सामुदायिक ढांचा तैयार करें।”
सम्मान पाने वालों के चेहरों पर खुशी और गर्व साफ झलक रहा था। इन संस्थाओं ने समाज को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाई है और यह सम्मान उनके समर्पण को सलाम करता है।
फूलों और चंदन की होली: जब बंधन मजबूत हुए
होली का जश्न अपने चरम पर था। फूलों और चंदन से खेली गई होली में कोई भी अछूता नहीं रहा। रंगों के साथ खिलखिलाहट और गानों का दौर चलता रहा।
लोगों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाया और होली की शुभकामनाएं दीं। इस अनोखी होली ने न सिर्फ समाज में एकता का संदेश दिया बल्कि हर सदस्य को आपस में जोड़ने का काम किया।
महिलाओं और बच्चों के लिए भी खास इंतजाम किए गए थे। महिलाओं ने लोकगीत गाए और बच्चों ने भी डांस और रंगों के खेल में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
नेताओं का संदेश: सामाजिक एकता का आह्वान
मंच से बोलते हुए भाजपा विधायक पवन शर्मा ने कहा,
“अग्रवाल समाज द्वारका ने जो एकता और सामाजिक समर्पण का संदेश दिया है, वह पूरे समाज के लिए एक मिसाल है। हमें गर्व है कि ऐसे आयोजनों से हमारी सभ्यता और संस्कृति मजबूत होती है।”
द्वारका जिला डीसीपी अंकित सिंह ने अपने संबोधन में कहा,
“समाज में एकजुटता और भाईचारा बनाए रखने के लिए ऐसे आयोजनों की अहमियत हमेशा बनी रहेगी। पुलिस प्रशासन भी समाज के हर वर्ग के साथ है और हम ऐसे आयोजनों का पूरा समर्थन करते हैं।”
मीडिया से संवाद: संदेश और सराहना
समारोह के दौरान मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत भी हुई। अग्रवाल समाज द्वारका के पदाधिकारियों ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज को एकजुट रखना और आपसी समन्वय को बढ़ावा देना है।
मीडिया के माध्यम से समाज के प्रति सकारात्मक संदेश दिया गया और समाज की एकजुटता के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की गई।
अग्रवाल समाज द्वारका के महासचिव ने कहा,
“हम चाहते हैं कि समाज में हर कोई एक-दूसरे के सुख-दुख में साथ खड़ा रहे। यह आयोजन इसी सोच का प्रतीक है।”
रंगारंग कार्यक्रम: जब संस्कृति ने मचाया धमाल
होली मंगल मिलन समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। नृत्य, गायन और कविताओं ने माहौल को और भी रंगीन बना दिया।
महिलाओं के लोकगीत और बच्चों के नृत्य ने सभी का मन मोह लिया। समाज के युवा कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुति देकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम के दौरान पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन पर लोगों ने जमकर ठुमके लगाए। सभी ने मिलकर होली के गीत गाए और रंगों के इस त्योहार का दिल खोलकर आनंद लिया।
समाज की एकता का संदेश: जब बंधन और मजबूत हुए
यह आयोजन सिर्फ होली का नहीं था, बल्कि समाज को जोड़ने का एक सफल प्रयास था। अग्रवाल समाज द्वारका ने जिस तरह से इस समारोह का आयोजन किया, वह समाज को एक नई दिशा देने वाला साबित हुआ।
आयोजन समिति के सदस्यों ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन भविष्य में भी जारी रहेगा। समाज के हर वर्ग को एकजुट करने और भाईचारे को मजबूत करने के लिए यह एक सशक्त प्रयास है।
भविष्य की योजनाएँ: समाज को और सशक्त बनाने का प्रण
अग्रवाल समाज द्वारका ने इस आयोजन के माध्यम से समाज में एक नई ऊर्जा का संचार किया है। समाज के हर वर्ग ने इस पहल की सराहना की और इसे एक मजबूत कदम करार दिया।
समाज के अध्यक्ष ने घोषणा की कि भविष्य में भी ऐसे आयोजनों का सिलसिला जारी रहेगा।
“हमारा लक्ष्य है कि समाज के हर सदस्य को एकजुट किया जाए और सामाजिक समर्पण की भावना को और अधिक प्रबल किया जाए।
जब खुशी और गर्व से भरी आंखें हुईं नम
समारोह के समापन पर सभी ने मिलकर ‘होली है’ का नारा लगाया। लोग गले मिले, रंगों में सराबोर हुए और समाज की एकता का संदेश फैलाया।
समारोह के बाद समाज के बुजुर्गों ने भी खुशी जाहिर की और कहा कि इस तरह के आयोजनों से नई पीढ़ी को अपनी परंपरा से जोड़े रखना आसान होगा।
आखिर में, इस आयोजन ने सिर्फ होली का रंग नहीं बिखेरा बल्कि समाज में भाईचारे, एकता और सामुदायिक समर्पण का सशक्त संदेश भी दिया।
अग्रवाल समाज द्वारका का यह प्रयास न सिर्फ सफल रहा बल्कि समाज के हर दिल में एकता और गर्व का भाव भर गया।