सदर अस्पताल में प्रति दिन कुत्ते काटने पर सुई के लिए आ रहे है मरीज। लेकिन डॉक्टर उन्हें सुई नही होने की बात कह लौटा रहे है । मरीजो का माने तो मरीज दूर दराज से प्रति दिन पैसा खर्च कर अस्पताल पहुंचते है और उन्हें अगली तारीख दे कर लौटा दिया जाता है। मरीज के परिजन का कहना है कि छोटे बच्चे को दूर से आते है और हमे बिना सुई लिए ही वापस जाना पड़ता है और जो लोग कुछ पैसे देते है उन्हें सुई दी जा रही है। ये किस तरह की व्यवस्था है । जब जिले के मुख्य अस्पताल का ये हाल है तो ग्रामीण इलाके में स्थापित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का क्या कहा जाये।
बरहाल डॉक्टर कुछ भी कहने से बच रहे है।
सदर अस्पताल में नही मिल रहा कुत्ता काटने का इंजेक्शन मरीज हो रहे है परेशान-आंचलिक ख़बरें-धनंजय कुमार

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