● जांच कर दोषियों के विरुद्ध होगी कार्रवाई
झुंझुनू।ग्राम पंचायत तथा पंचायत समिति स्तर पर प्रस्तुत किये जाने वाले परिवादों या शिकायतों को जिला स्तर पर आकर देने वाले परिवादियों को अब सादा कागज पर एक शपथपत्र पेश करना पड़ेगा कि वह नीचे के दोनों स्तरों के अधिकारियों से मिलकर अपनी समस्या बता चुका है,परन्तु अधिकारियों ने सुनवाई नहीं की।जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामनिवास जाट द्वारा सभी प्रकोष्ठ प्रभारियों को परिवादियों से ब्लॉक स्तर पर की जाने वाली कार्यवाही की जानकारी लेने के बाद ही परिवाद दर्ज करने के निर्देश दिये गये है।
सीईओ तथा जिला परिषद के अन्य अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत होने वाली अधिकतर शिकायतें ग्राम पंचायत या पंचायत समिति के अधिकारियों के स्तर पर सुनी जाने योग्य होने के उपरांत अधिकतर व्यक्ति सीधे ही उच्च अधिकारियों से मिलकर दबाव बनाने का प्रयास करते हैं।
ऐसे शिकायत कर्ता को अब जानकारी देनी पड़ेगी कि वह इस सम्बंध में ग्राम तथा ब्लॉक स्तर के अधिकारियों से कब मिला तथा उन्होंने क्या जवाब दिया।अधिकतर मामले नीचे के स्तर पर सूचना नहीं देने की शिकायतों से संबंधित होते हैं,जबकि ग्रामीण विकास,नरेगा,स्वच्छ भारत मिशन तथा पंचायती राज विभाग की अधिकतर योजनाओं तथा कामों की सूचना वेबसाइट पर ऑनलाइन उपलब्ध है।इसके अलावा ग्राम पंचायतों के सरपंच या सचिव के द्वारा अनियमितता करने की शिकायतें होती है,जिनमें शिकायत कर्ता द्वारा ग्राम पंचायत या पंचायत समिति से सूचना संकलित कर मौके पर कामों का सत्यापन करना होता है।प्रथम दृष्टया गड़बड़ी,अनियमितता पाये जाने पर जिला स्तर से जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाती है।