सीबीएससी की तुलना में एमपी बोर्ड के छात्र- छात्राओं के पिछडने की आशंका
अनूपपुर / एमपी बोर्ड के दसवीं ,बारहवीं परीक्षा में जनरल प्रमोशन की खबर निराशाजनक है। यद्यपि इसकी पुष्टि नहीं हुई है,लेकिन यदि कोरोना गतिरोध के चलते यदि जनरल प्रमोशन दिया जा रहा है तो यह बहुत ही गलत तथा दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय होगा।
दसवीं एवं बारहवीं की परीक्षाएं पूरी हो चुकी है एवं एक – दो पेपर ही शेष हैं। जिन बच्चों के पेपर बहुत अच्छे गये हैं, जो साल भर लग कर मेहनत करते रहे हैं ,उन छात्र – छात्राओं में इस खबर से बडी निराशा है। एक अभिभावक के रुप में मेरा तथा मेरी बेटी का जो कक्षा दस की परीक्षा दे रही है, यही मानना है कि एमपी बोर्ड यदि कोई ऐसा निर्णय करता है तो यह प्रदेश के लाखों छात्र – छात्राओं के भविष्य से खिलवाड होगा। क्योंकि उनकी तुलना में सीबीएससी बोर्ड के छात्र छात्राएं बहुत आगे निकल जाएगे । म प्र सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिये। भले ही परीक्षाओं को पूरा कराने, मूल्यांकन में कुछ माह विलंब हो, इंतजार करना उचित होगा ना कि जनरल प्रमोशन जैसा कोई निर्णय करना ।