उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में मंगलवार देर रात हुई भीषण बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने व्यापक तबाही मचाई है। सहस्त्रधारा क्षेत्र में बादल फटने से सबसे अधिक नुकसान हुआ है, जहाँ करलिगाड़ नदी उफान पर आ गई और आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई।
मुख्य घटनाक्रम:
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सहस्त्रधारा क्षेत्र में एक शव बरामद, कई लोग लापता
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पौंधा स्थित देवभूमि इंस्टिट्यूट में फंसे २०० छात्रों को एसडीआरएफ द्वारा सुरक्षित निकाला गया
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टपकेश्वर के पास भगत सिंह कॉलोनी में चार लोगों के बहने की सूचना
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विकासनगर में भूस्खलन से एक युवक की मौत, एक घायल
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देवप्रयाग में भारी भूस्खलन, बद्रीनाथ-ऋषिकेश हाईवे बंद
बुनियादी ढाँचे को भारी नुकसान:
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पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी को जोड़ने वाला पुल बह गया
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प्रेमनगर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग का हिस्सा टूटा
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मसूरी-देहरादून मार्ग, कोल्हुखेत और झड़ीपानी टोल के पास सड़कें क्षतिग्रस्त
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देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर जाकन नदी पुल पर पानी का स्तर खतरनाक स्तर तक
राहत और बचाव कार्य:
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और राहत कार्यों की समीक्षा की। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमें रेस्क्यू अभियान में जुटी हुई हैं। डीएम सविन बंसल और एसडीएम कुमकुम जोशी ने राहत कार्यों की कमान संभाली है।
मौसम चेतावनी:
मौसम विभाग ने देहरादून समेत चमोली, चंपावत, ऊधमसिंह नगर, बागेश्वर और नैनीताल जिलों के कुछ इलाकों में २१ सितंबर तक तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
यह घटना उत्तराखंड में बढ़ती प्राकृतिक आपदाओं की चुनौती को रेखांकित करती है और अधिक मजबूत आपदा प्रबंधन प्रणाली की आवश्यकता को उजागर करती है।
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