Department of Biotechnology: जैव प्रौद्योगिकी विभाग स्वच्छता मानकों को बनाए रखने, वीआईपी संदर्भों, सार्वजनिक शिकायतों, रिकॉर्ड रखने, बेकार कागज़ के निपटान और एक साफ-सुथरे और आकर्षक कार्यालय और परिवेश को बनाए रखने से जुड़े मामलों को बढ़ावा दिया जायेगा । इस उद्देश्य के लिए, विभाग ने अपने स्वायत्त निकायों और सार्वजनिक उपक्रमों (कुल 17 स्थानों) के साथ इस रणनीति के पूर्ण कार्यान्वयन की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है।
जैव प्रौद्योगिकी विभाग (Department of Biotechnology) की बैठक में विभागीय प्रमुख और वैज्ञानिक हुए शामिल
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के Department of Biotechnology के सचिव ने एक बैठक बुलाई। इस बैठक में विभागीय प्रमुख और वैज्ञानिक संवर्गों के प्रमुख व्यक्तिगत रूप से शामिल हुए। डीबीटी के अंतर्गत आने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, आरसीबी फरीदाबाद, आईसीजीईबी नई दिल्ली और 13 अन्य जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान एवं नवाचार परिषद (ब्रिक) संस्थानों के निदेशक वर्चुअल रूप से इस बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में स्वच्छता ही सेवा 2024 और विशेष अभियान 4.0 को बड़े पैमाने पर लागू करने की रणनीति पर गहन चर्चा की गई।
जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने अपने सभी संस्थानों में इस अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियों को पोस्ट करने के लिए सोशल मीडिया का सक्रिय रूप से उपयोग करने की योजना बनाई है। इस अभियान की योजना और गतिविधियों की नियमित रूप से विभाग के नोडल अधिकारी और जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव समीक्षा कर रहे हैं ताकि स्वच्छता सुनिश्चित की जा सके और लंबित मामलों को तेजी से निपटाया जा सके।
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