देशभर में कल से टेलिकॉम कंपनियां 5G नेटवर्क सर्विस शुरू करने जा रही हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे लांच करेंगे।फिलहाल यह सेवा चुनिंदा जगहों पर ही मिलेगी।जिनमें दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, चंडीगढ़, गुरुग्राम, हैदराबाद, लखनऊ, पुणे, गांधीनगर, अहमदाबाद और जामनगर शामिल हैं।कंपनियों का कहना है कि दो साल में पूरे देश में यह सेवा शुरू हो जाएगी।पहले चरण में देश के सभी महानगरों समेत 13 शहरों में इसे शुरू किया जाएगा, आगे धीरे-धीरे इसका विस्तार होगा।
पिछली पीढ़ियों के मोबाइल नेटवर्क और 5G में क्या अंतर है?
पहली पीढ़ी (1G) – 1980 के दशक में आए 1G ने एनालॉग आवाज दी।दूसरी पीढ़ी (2G) – 1990 के दशक की शुरुआत में आई। इसने डिजिटल वॉयस (जैसे सीडीएमए- कोड डिवीजन मल्टीपल एक्सेस) की शुरुआत की।तीसरी पीढ़ी (3G) – 2000 के दशक की शुरुआत में आई। इसके साथ 3G मोबाइल डेटा (जैसे CDMA2000)शुरू हुआ।चौथी पीढ़ी – (4G) – यह 2010 के दशक में आई। 4G LTE ने मोबाइल ब्रॉडबैंड के युग की शुरुआत की।1G, 2G, 3G, और 4G सभी को मिला कर 5G बना है। इसे पहले से अधिक कनेक्टिविटी के लिए डिज़ाइन किया गया है।

