मध्य प्रदेश आंगनवाड़ी कार्यकर्ता संघ द्वारा बुधवार को अपनी मांगों को लेकर, झाबुआ मंडी प्रांगण में एकत्रित हुए लगभग डेढ़ से 2 हजार कार्यकर्ता. मंडी प्रांगण से रैली के रूप में नारे लगाते हुए, कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे यहां कार्यकर्ता कलेक्टर को ज्ञापन देना चाहते थे मगर कलेक्टर जिले के दौरे पर थी एसडीएम ने ज्ञापन खुद को देने की बात रखी. लेकिन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा, नहीं हम मैडम को ही ज्ञापन देंगे। 4 घंटे इंतजार करती रही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता लेकिन नहीं पहुंची कलेक्टर। कांग्रेसी विधायक पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के समर्थन में कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की बातें सुनी, और उनसे ज्ञापन लिया विधायक ने कहा मैं राज्यपाल से आपकी मांगों को पूरा करने के लिए कहूंगा। विधानसभा में भी आपकी बात रखूंगा।
सुबह से शाम तक शीतलहर का प्रकोप झेलती रही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, घंटों जमीन पर बैठकर इंतजार करने के बाद भी जब कलेक्टर नहीं पहुंची तो, उन्हें एसडीम को ज्ञापन सौंपकर ही जाना पड़ा।
मध्य प्रदेश आंगनवाड़ी कार्यकर्ता संघ की प्रदेश प्रभारी इंदौर संभाग गंगा गोयल ने कहा, हम हमारी जायज मांगों को लेकर आए थे, मगर घंटों इंतजार करने के बाद भी मैडम नहीं आई. हमारी समस्याओं को कोई समझना ही नहीं चाहता, बस हम से काम लेना चाहते हैं।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता संघ की जिला उपाध्यक्ष ज्योत्सना दीक्षित ने कहा, हम सालों से काम कर रहे हैं लेकिन हमारी समस्याओं को कोई समझना ही नहीं चाहता, शासन अपनी सारी योजनाओं का कार्य हमसे करवाती है, लेकिन मानदेय और हमारे हक की बात आती है तो, उनके कान में हमारी आवाज ही नहीं पहुंचती. क्या हमारे परिवार को हमारे बच्चों को जीने का हक नहीं है. इतने कम मानदेय में हम अपना परिवार कैसे चलाएं बच्चों को अच्छी शिक्षा कैसे दें. अगर सरकार हमारी मांगे पूरी नहीं करती है तो, 23 जनवरी से हम तालाबंदी हड़ताल करेंगे. जिसकी जवाबदारी शासन की होगी।
प्रदेश प्रभारी इंदौर संभाग गंगा गोयल जिला, अध्यक्ष झाबुआ श्रीमती कमला डिंडोर, सह सचिव श्रीमती बसंती भूरिया, जिला उपाध्यक्ष ज्योत्सना दीक्षित और हजारों कार्यकर्ता इस प्रदर्शन में उपस्थित थे।