झाबुआ : स्वतंत्रता संग्राम के अजय योद्धा रहे महानायक बिरसा मुंडा की की पुण्यतिथि आज स्थानीय गोपाल कॉलोनी विधायक कार्यालय पर उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर मनाई गई इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री विधायक कांतिलाल भूरिया ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बिरसा मुंडा ने आदिवासियों को अंधविश्वासों और आस्था की कुरीतियों के शिकंजे से मुक्त कराया था उस समय आदिवासी अज्ञानता के शिकार होकर अंग्रेज ब्रिटिश शासकों और जमीदारों द्वारा उनका शोषण किया जा रहा था जल जमीन जंगल की लड़ाई उन्होंने निडरता के साथ लड़ी और ब्रिटिश शासकों से लोहा लेकर उन्होंने अद्भुत वीरता और साहस का परिचय दिया था ऐसी हस्ती को आज हम नमन करते हैं
जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता ने कहा बिरसा मुंडा 25 वर्ष की आयु में ही उन्होंने अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए थे जल जंगल और जमीन की रक्षा के लिए उन्होंने अपने प्राण की आहुति दे दी वह स्वतंत्रता संग्राम के जननायक थे जिनकी वीरता और शौर्य के किस्से आज भी रोमांचित करते हैं धरती आबा की जन्मस्थली उलीहातू से लेकर कर्म स्थली बदगांव उनके अदम्य साहस की कहानी बयान करती है
पूर्व विधायक जेवियर मेडा ने कहा कि इतिहास गवाह है सन 1897 से सन 1900 के बीच मुंडा ओ और अंग्रेज सिपाहियों के बीच अनेक बार युद्ध होते रहे और बिरसा मुंडा जी और उनके सेकड़ो वीर आदिवासी साथियों ने अंग्रेज सैनिकों को जगह-जगह परस्त किया था बिरसा मुंडा जैसे व्यक्तित्व अब पैदा होना मुश्किल है जिन्होंने आदिवासियों के लिए अपनी जान तक की परवाह नहीं की
इस अवसर पर कार्यवाहक कांग्रेस अध्यक्ष हेमचंद डामोर जिला जन सूचना प्रकोष्ठ अध्यक्ष आशीष भूरिया प्रवक्ता साबिर फिटवेल बंटू अग्निहोत्री गौरव सक्सेना शंकर सिंह भूरिया सुरेंद्र गरवाल मानसिंह मीणा कैलाश डामोर युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय भाभर दरियाव सिंह मीणा मनीष बघेल तेर सिंह भूरिया खीमा भाभर पेमा भाभर किलु भूरिया भारु मावि थावरिया डामोर आदि कांग्रेस जन उपस्थित थे।