लेने आजा खाटू वाले रिंगस के उस मोड़ पे , झूमे श्याम प्रेमी
श्याम के लाडले परिवार ने सजाया वार्ड नं 14 में दरबार
भितरवार. कलयुग में बाबा खाटू श्याम को श्री कृष्ण भगवान का वरदान मिला है, ज्यो ज्यों कलयुग बढेगा त्यों त्यों हर घर मे तुम्हारी पूजा होगी, और तुम हारे के सहारे कहलाओगे, जो भी तुम्हारे दर पर इस संसार से हारकर आएगा, वो फिर जीवन मे कभी नहीं हारेगा, और तुम उसका सहारा बन जाओगे. और दिन प्रतिदिन बाबा श्याम के चमत्कार और खाटू दरबार मे बढ़ती हुई भीड़ को देखकर, हम देख ही सकते हैं, किस तरह बाबा श्याम हर हारे हुए का सहारा बने हुए हैं. और अपने भक्तों के कष्टों को दूर करते हैं, वैसे तो बाबा श्याम के दर्शन का महत्व शुक्ल पक्ष की एकादशी पर विशेष माना जाता है, लेकिन भक्तों का विश्वास बाबा श्याम पर इतना अटूट है कि, हर प्रेमी के लिए रोज ग्यारस है, बाबा श्याम के संकीर्तनो का आयोजन प्रेमियों द्वारा लगातार करवाये जाते हैं, और बाबा श्याम को 56 भोग लगाकर भक्त अपनी अरदास लगाते हैं, इसीक्रम में नगर भितरवार के श्याम के लाड़ले परिवार के द्वारा, हर एकादशी की तरह इस एकादशी पर भी बाबा श्याम का भव्य दरबार लगाया गया. और बाबा श्याम को 56 भोग लगाए गए, इस बार का दरबार नगर के वार्ड नंबर 14 में पुरानी खांदी काशदेव बाबा के पास लगाया गया, जहां नगर एवम बाहर के कलाकारों ने बाबा श्याम को भजन सुनाएं, और भक्तों की अरदास बाबा श्याम तक लगायी. और अपने भजनों से भक्तों को झूमने पर मजबूर किया, तो कुछ भजनों को सुनकर भक्तों की आंखे नम हो गयी। देर रात तक चले, इस संकीर्तन में रात्रि साढ़े बारह बजे बाबा श्याम की आरती कर भक्तों बाबा श्याम को 56 भोग लगाए गए. और बाबा श्याम के 56 भोग की प्रसादी भक्तों को वितरित की गई. इस अवसर पर श्याम के लाड़ले परिवार के सदस्य एवम, बाबा श्याम के प्रेमी उपस्थित रहे ।