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नम आंखों से दी माता को विदाई
मां काली को पुष्प वर्षा कर दी भक्तों ने विदाई
माता को विदा करने उमड़ा जन सैलाब —
महाआरती कर हुआ मां का विसर्जन
— नवरात्र के आखिरी दिन बुधवार को विजयदशमी होने के साथ ही नवदुर्गा महोत्सव समाप्त हो गया । 9 दिन तक चले नवदुर्गा महोत्सव में शहर का कोई ऐसा स्थान नहीं बचा था, जहां देवी मां की प्रतिमाएं स्थापित न की गई हों। जिस दिन से नवदुर्गा महोत्सव शुरू हुआ, भक्तगण उसी दिन से माता की आराधना में तल्लीन थे। इसी क्रम में भितरवार वार्ड नं 7 पर काली माता प्रांगण में मां काली की झांकी सजाई गई थी। इसका विसर्जन बुधवार को किया गया। काली माता के विसर्जन के समय कस्बे के सैंकड़ों लोगों ने काली माता की प्रतिमा को लेकर दस मिनटों में ही पार्वती नदी स्थित दियादाह घाट पर पहुंचे। दियादाह घाट पर महाआरती के बाद काली माता की प्रतिमा का विसर्जन किया। इस दौरान माता की आखिरी दर्शन के लिए नदी के दोनों तटों पर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ एकत्रित रही और मां को विदाई देते समय भक्तों की आंखें नम थी । भितरवार पुलिस भी भीड़ को देखते हुए चौकस नजर आयी और लोगों की सुरक्षा को लेकर पुलिस बल।दियादाह घाट पर दिखा । वहीं बंगले वाली माता में पधारी त्रिवेणी संगम में मां काली , मां सरस्वती , मां दुर्गा एवं दाऊ धाम में विराजित मां दुर्गा का भी विसर्जन बुधवार को धूमधाम से किया गया ।