ठेकेदारों पर महेरबान कोठी नगर परिषद——मिल जुल कर खाने का मजा हि दूसरा?
गुणवत्ता विहीन कार्यो को देखने के लिए नगर परिषद के अधिकारियों के आँख में लगी पट्टी
सतना-: जिले के कोठी कस्बे के नगर परिषद कार्यालय की कहानी, तो आप ने सुनी ही होगी, हाल ये आलम ये बया कर रहे हैं कि, कोठी नगर परिषद के अधिकारी अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहानी को चरितार्थ कर दिया है। दरसल कोठी तहसील कार्यालय के बगल से बन रही नाली,1 से 2 बार बन गई, फिर भी गिर गई, और आज महीनों बाद भी जैसी की तैसी हालत में गुहार लगा रही है। ये नाली झाली मोड़ से लेकर तहसील कार्यालय तक कि हैं,
ऐसा ही दूसरा मामला, पटकन टोला स्थिति पुलिया का हैं, जो कभी भी बड़ी दुर्घटना का खुला आमंत्रण दे रही है। ठेकेदारों के अंदर कोई भी अपने काम को लेकर चिंता नहीं है, क्योंकि काम का भुगतान तो कागजो में होना है ।और निश्चित तौर से भुगतान मिल जुल कर हो ही जाते हैं। न कभी इंजीनियर साहब को समय हैं. न ही मुख्य नगर परिषद अधिकारी को सब कार्यलय में ही निपट जाता है तो, धूप में भटकने की जरूरत हि क्या?
