प्रधान व सचिव की मिलीभगत से सरकारी धन को लगाया जा रहा ठिकाने
चित्रकूट।जिला में इन दिनों सरकारी धन को ठिकाने लगाने का कार्य ग्रामपंचायतों में चल रहा है। अधिकांश ग्राम पंचायतों में प्रधानमंत्री आवास में अपात्र लोगों के नाम पात्र सूची में शामिल है। लेकिन जिम्मेदारों ने जांच की जगह चुप्पी साध रखी है। विकासखंड कर्वी के ग्राम पंचायत में अपात्र परिवार को पात्र सूची में शामिल कर प्रधानमंत्री आवास देना एक आम बात हो गई है। भले ही सरकार की मंशा होगी गरीबों के सिर पर छत हो लेकिन यहां ग्राम प्रधान व सचिव के द्वारा अपात्र लोगों को ही प्रधानमंत्री आवास योजना का पात्र सूची में नाम शामिल कर सरकारी धन को ठिकाने लगाने के लिए कसम खाई गई है। एक और जहां ग्राम पंचायत में एक ही परिवार के पिता पुत्र सहित कई सदस्यों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जा रहा है। दूसरी तरफ खंड विकास अधिकारी व जिम्मेदार जिले के अधिकारियों से सांठगांठ करके अब जनसुनवाई पोर्टल में शिकायत करने के बाद भी अधिकारी का दफ्तर में बैठकर मन मुताबिक रिपोर्ट लगाकर आ पात्रों के नाम सूची में काटने की जगह उनकी ही सिफारिश गिरी की जा रही है। ऐसा ही मामला ग्रामपंचायत पंडरी का प्रकाश में आया है। जंहा अपात्र व्यक्ति को पात्र सूत्री में ग्राम प्रधान व सचिव की साठगांठ से प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया है । बताया जा रहा है कोटेदार को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया गया है लेकिन कोटेदार के पास पहले से पक्का मकान ट्रैक्टर और मोटरसाइकिल है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने अपात्र व्यक्तियों की पात्रता सूची में नाम शामिल होने के बाद भी जांच करना अपनी जिम्मेदारी नहीं समझी और प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दे डाला। ऐसे ही तर्ज पर बन्दरी ग्रामपंचायत में भी प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम में अपात्र लोगों के नाम सूची में शामिल है जो वास्तविक रूप से अपात्र हैं लेकिन ग्राम पंचायत सचिव की मेहरबानी होने की वजह से प्रधानमंत्री आवास में पात्र व्यक्तियों की जांच नहीं की गई जबकि ग्रामीणों के द्वारा जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से शिकायत भी की गई है जिसमें स्पष्ट किया गया है कि प्रधानमंत्री आवास योजना की जो पात्रता सूची बनाई गई है उसमें अपात्र व्यक्तियों के नाम शामिल हैं जिनमें पिता-पुत्र सहित कई एक ही परिवार के सदस्य शामिल है इसके पूर्व की बात करें तो भी पूर्व प्रधान व सचिव की सांठगांठ होने की वजह से प्रधानमंत्री आवास योजना का अपात्र लोगों को लाभ दिया गया है। लेकिन ग्राम पंचायत अधिकारी की मेहरबानी की वजह से आज तक जांच नहीं हो सकी जनसुनवाई पोर्टल में अपने मन मुताबिक ग्राम पंचायत अधिकारी जांच की रिपोर्ट लगाता रहा और सरकार के धन को ठिकाने लगाने का कार्य लगातार किया जा रहा है।
आखिर अपात्र लोगों को क्यों दिया जा रहा प्रधानमंत्री आवास का लाभ- ग्रामीणों के बीच चर्चा बना हुआ है कि पात्र लोग जहां प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित है तो वहीं अपात्र लोगों को आखिर किस की मेहरबानी से लगातार प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जा रहा है लेकिन विकास खंड अधिकारी व जिले के उच्च अधिकारी ग्राम पंचायतों में पात्र व्यक्तियों की सूची में जिन के नाम शामिल किए गए हैं उनकी वास्तविक जांच कराने की जगह मौन धारण किए हुए हैं।
सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे ग्राम पंचायत सचिव व प्रधान- वही प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देने के लिए गरीब लोगों को छत देने का सरकार सपना पूरा कर रही हो लेकिन यहां अपात्र लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देकर सरकार के सपनों पर पानी फेरा जा रहा है। एक और ग्राम पंचायत सचिव व प्रधान के द्वारा जहां 14 वी व 15वें वित्त के पैसे का बिना कार्य कराए बंदरबांट किया जा रहा है तो दूसरी तरफ प्रधानमंत्री आवास योजना का अभी लाभ अपात्र लोगों को दिया जा रहा है और पात्र लोग दर-दर भटक रहे हैं। जिले के यदि ग्राम पंचायतों की वास्तविक रूप से जांच कराई जाए तो लाखों रुपए का भ्रष्टाचार सामने आ सकता है लेकिन जांच कराए तो कराए क्या क्योंकि ग्राम पंचायत सचिव से लेकर जिले के आला अधिकारियों की मेहरबानी से ग्राम पंचायतों में यह खेल जारी है। वही अब देखना यह है कि उत्तर प्रदेश के सूबे की सरकार चित्रकूट जिले के सभी ग्राम पंचायतों में जो सरकारी धन का जमकर बंदरबांट किया गया है ऐसे भ्रष्टाचारियों की कब जांच कराएगी और भ्रष्टाचारी सलाखों के पीछे होंगे।