आखिर हमारे देश क्या हो रहा है । अभी हैदराबाद बल्तकारीओं का इनकाउंटर हुआ, दूसरा उन्नाव में लगे एक बेटी के साथ रेप होता है उसका केस दर्ज नही किया जाता है और जब वह न्यायालय से न्याय मांगने जारही थी तो उसे ज़िंदा जला दिया गया जिससे उसकी मौत हो गई, अब स्थानीय पुलिस उन अपराधियों को बचाने की पूरी कोशिश कर रही है । अब केरल नाबालिग बेटी के साथ रेप और फिर उसकी हत्या । आखिर दोषी कौन ? विशेष कर केंद्र सरकार केवल विपक्षियों को जवाब दे रही है, कारवाई पर कई अमल नही , आरएसएस के देश हितैषी जय श्रीराम के नाम पर मुसलमानो की हत्या करवाने वाले, बात बात पर लोगों को पाकिस्तान भेजने वाले आज मौन क्यूँ,? दोषियों, अपराधियों में खौफ डर क्यों समाप्त हो गया ? क्या ऐसे घृणित काम राजनिज्ञों द्वारा, जान बूझ कर करवाया जा रहा है ? या, पूरा सरकारी व्यावस्था तथा वर्तमान सरकार, या फिर अशिक्षित, अर्धशिक्षित असामाजिक तत्वों में टीवी सीरियल, फ़िल्मो असर ?

