राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज के ग्राम स्वराज की संकल्पना
आदिवासी युवा युवतीयों ने जाना आत्मसुरक्षा एवं औषधि निर्माण
आदिवासीयों के बीच शिदोरी काला के साथ समापन
सौंसर विकास खंड के दूरस्थ आदिवासी, वनग्राम भुड़कुम ( घोटी ) में राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज की, ग्रामगीता ग्रंथ में लिखित, ग्राम स्वराज की संकल्पना को जन जन तक पहुंचाने के लिए, श्री गुरुदेव सेवा मंडल सौंसर द्वारा, ग्रामगीता प्रणित ग्राम निर्माण सप्ताह संपन्न हुआ। जिसमें भुवैकुंठ अड्याळ टेकडी (महाराष्ट्र) के संचालक सुबोध दादा, पूर्व विधायक रामराव महाले, श्री गुरुदेव सेवाश्रम सौंसर के गुरुदेवानंद दिलीप खापरे, सामाजिक कार्यकर्ता ज्योत्सना पात्रीकर सहित अनेक सामाजिक कार्यकर्ताओं नें सहभागिता की।
आदिवासी वनग्राम भुड़कुम में विगत शुक्रवार, 4 मार्च से शुरू हुए ग्राम निर्माण सप्ताह में प्रतिदिन प्रातः सामुदायिक ध्यान, रामधुन, ग्राम स्वच्छता एवं श्रमदान, ग्राम समीप जंगल में उपलब्ध औषधीय पौधों से दवाई निर्माण प्रशिक्षण, निसर्गोपचार, पंचगव्य, आयुर्वेद, सायं 6 बजे से सामुदायिक प्रार्थना तथा रात्री 8 बजे से ग्राम गीता प्रबोधन कार्यक्रम संपन्न हुआ। ग्राम सभा कार्यक्रम लेकर गांव की समस्याओं को गांव में सुलझाने की तरकीब बताई। सभी कार्यक्रमों का संचालन ज्योत्सना पात्रीकर ने किया।