विवेकानंद जी की जयंती के अवसर पर जिला झाबुआ में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन हुआ -आँचलिक ख़बरें -राजेंद्र राठौर

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दिनांक 12 जनवरी 2022 को राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के अवसर पर शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रामा जिला झाबुआ में स्थापित विधिक साक्षरता क्लब में नालसा (बच्चों को मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाऐं और उनके संरक्षण के लिए विधिक सेवाऐं) योजना-2015 के अंतर्गत विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन माननीय प्रधान जिला न्यायाधीश श्रीमान मोहम्मद सैय्यदुल अबरार जी के निर्देशानुसार एवं प्राधिकरण के सचिव/अपर जिला न्यायाधीश श्री लीलाधर सोलंकी जी के निर्देशन में किया गया। शिविर का शुभारंभ श्री लीलाधर सोलंकी, श्री एम.एल. फुलपगारे एवं प्राचार्य श्री के. एल. परमार तथा स्टॉफगण द्वारा मां सरस्वती जी एवं स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। विधिक साक्षरता कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करते हुये श्री सोलंकी जी ने कहा कि पढ़ने, लिखने के दौरान आने वाली समस्या से घबराने की जरूरत नहीं है। लक्ष्य के लिए प्रयास करने की जरूरत को आदत में शामिल करें। उन्होंने कहा कि नियम और कानून समाज को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए बनाए गए है। न्यायाधीश श्री सोलंकी ने कहा कि विधिक साक्षरता शिविर में सामान्य कानून की जानकारी देने का भी काम कानूनी प्रावधानों के अनुसार है। श्री सोलंकी जी ने स्वामी विवेकांनद जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके बताए रास्ते पर चलने हेतु प्रेरित किया उन्होंने कहा कि यदि आप अपने लक्ष्य को निश्चित करने के उपरांत अमल शुरू कर दें तो पाएंगे की आप खुद लक्ष्य प्राप्त कर चुके है। उन्होंने विद्यार्थियों को यातायात के नियमों का पालन करने की समझाईस दी। शिविर में विवेकानंद जी के विचारों से बच्चों को अवगत कराया गया एवं निःशुल्क विधिक सहायता, बालकों के अधिकार, संवैधानिक कर्तव्य आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। श्री सोलंकी जी ने छात्रों को अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए परिश्रम एवं लगन से अध्ययन करने और गुरूओं के सम्मान करने के लिए प्रेरित किया। शिविर में सामाजिक कार्यकर्ता श्री एम.एल. फुलपगारे जी ने भी छात्रों को संबोधन करते हुये कहा कि स्वामी जी के जीवन दर्शन से हमें सीख लेकर युवा शक्ति का सकारात्मक प्रयोग करना चाहिए। कार्यक्रम में स्कूल प्राचार्य श्री के.एल. परमार द्वारा भी बच्चों को बताया कि नैतिक शिक्षा और सामाजिक व्यवहार भी अध्ययन के साथ-साथ आवश्यक है एवं विधिक साक्षरता शिविर के माध्यम से व्यक्तित्व विकास में सहायता मिलती है एवं महापुरूषों के जीवन चरित्र को पढ़ने की समझाईस दी गई। शिविर में कोरोना संक्रमण रोकथाम एवं बचाव के उपाय भी बताये गये। बच्चों को सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने एवं भीड़-भाड़ से बचने की समझाईश दी गई। कार्यक्रम का संचालन सहायक शिक्षक श्री विनोद कुमार परमार द्वारा किया गया एवं शिक्षक श्री संजय माथुर ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में शिक्षक श्री लालु पटेल, शिक्षिका श्रीमती रेखा भूरिया, रजिया देशमुख, स्कूली छात्र एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झाबुआ के कर्मचारीगण उपस्थित रहें।

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