विधायक के अगम्य अनुभव से एसडीएम मऊ से वकीलों की टकरार खत्म
प्रमोद मिश्रा
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के मऊ तहसील अंतर्गत, तहसील परिसर में वकीलों के चेंबर निर्माण को लेकर, उचित जगह की मांग डीएम चित्रकूट से प्रार्थना पर देकर मऊ के वकीलों ने की थी । लेकिन एडीएम चित्रकूट ने जब मना किया कि, हम उस जगह पर चेंबर नहीं बनने देंगे. क्योंकि वहां पर पेड़ हैं इसी बात को लेकर, मऊ तहसील के वकील हड़ताल कर अनशन में बैठ गए ।जिससे राजस्व के काम में बाधा आने के कारण, बात बिगड़ रही थी। तब मऊ मानिकपुर विधायक अविनाश चंद्र द्विवेदी के अगम अनुभव व प्रभावशाली व्यक्तित्व के कारण, दिनांक 2 अगस्त को मऊ मानिकपुर विधायक डीएम चित्रकूट से बात करके, आदेश ले लिया।सुबह 11 बजे ही तहसील परिसर में आए, और वकीलों व उपजिला अधिकारी मऊ राकेश पाठक सब को लेकर, विधायक जी ने मंदिर में बैठक की। बैठक में जो कार्य मऊ मानिकपुर विधायक ने किया है, सराहनीय है. यह मऊ मानिकपुर विधायक के नाम के वकीलों ने जिंदाबाद के नारे भी लगाए । क्योंकि इससे पहले विधायक जी ने 9 लाख इसी जगह के लिए, वकीलों के चेंबर बनने के लिए दे भी दिए थे। तब नवदीप शुक्ला एसडीएम मऊ नगर पंचायत के कार्यकारी अध्यक्ष भी थे. तब उन्हीं ने जहां वकीलों का चेंबर बनना था. वहां की टीन भी हटवा दी थी, और ठेका भी दे दिया गया था । मऊ तहसील के कुछ वकील बिना छाया के ही काम चला रहे थे, जब बारिश तेज हुई, और मऊ तहसील संगठन के वकीलों की हड़ताल भी जोर हुई. जिससे मऊ तहसील के संपूर्ण कार्य बंद हो गए थे। तब वकील संघ के अध्यक्ष ब्रजेश सिंह अपने पदाधिकारी के साथ 1 अगस्त को मऊ मानिकपुर विधायक से, इस बात को लेकर ज्ञापन दिया था। लगभग लंबे समय से चली आ रही वकीलों व राजस्व अधिकारियों की टकरार को, मऊ मानिकपुर विधायक अविनाश चंद्र द्विवेदी एक दिन में ही अपने अनुभवों से वकीलों की हड़ताल खत्म कर दिया। 1 अगस्त को 12 फुट एसडीएम आवास की बाउंड्री से, रोड तक लेकर के एक लंबे चेंबर का निर्माण का भूमि पूजन भी विधायक ने करा दिया । तहसील परिसर के जिस मंदिर में विधायक जी बैठे थे, तब उन्होंने अपने प्रतिनिधि से कहा कि, इस मंदिर को भी बड़ा किया जाए. और चारों तरफ जाली लगाकर, इस परिसर को भी बैठक के लिए बड़ा कर दें, जिससे कुछ राजस्व कर्मियों व जनता का भला होगा। और जब विधायक जी जाने लगे तब मऊ तहसील के वकीलों ने विधायक जी के जिंदाबाद के नारे भी लगाए।