नई दिल्ली – नेशनल एस सी/एसटी/ओबीसी बैंकर्स एसोशिएशन के पदाधिकारियों ने नई दिल्ली गांधी पीस फ़ाउण्डेशन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा को पुष्पांजलि अर्पित करके की गई। इस अवसर पर दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस रिसर्च विभाग के प्रभारी डॉ अनिल मीणा ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिन उद्योगपतियों ने बैंकों से कर्ज ले रखा है, वह चुकाने में असमर्थ हैं। उन्हीं के नेतृत्व में बैंकों का निजीकरण करने का सरकार के मंसूबे साफ साफ दिखाई दे रहे है। समानता के धरातल पर लाने के लिए देश के विभिन्न महापुरुषों ने जो सपना देखा था वह निजी करण के कारण धराशाई होता हुआ नजर आ रहा है । नेशनल SC/ST/OBC बैंकर्स एसोसिएशन के चेयरमैन एवं पूर्व सांसद डॉ उदित राज ने पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए निजीकरण के खिलाफ मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया, उन्होंने कहा कि यह सरकार देश में बराबरी नहीं चाहती लोगों में भेदभाव का वातावरण बनाए रखना चाहती है। कार्यक्रम में विभिन्न बैंकों के अधिकारी हरिओम मीणा विनोद कुमार, आकाश कुमार, प्रेम सिंह चौहान इत्यादि मौजूद रहे।
सबसे बड़ी बात इस यह कि इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न बैंको के सैकड़ों कर्मचारी एवं पदाधिकारी कार्यक्रम में पहुंचे हुए थे और सभी निजीकरण के कारण देश मे होने वाली तबाही को लेकर चिंतित थे। परन्तु खुल कर किसी ने भी मोदी के विरुद्ध इस्तीफ़े की मांग नहीं कि। उन सभी के चेहरे पर सरकार का खौफ स्पष्ट दिखाई दे रहा था।