UP News : सात-आठ साल पहले अपनी औद्योगिक पहचान के लिए संघर्ष करने के बाद गोरखपुर अब पूर्वांचल का औद्योगिक केंद्र बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। गोरखपुर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के केंद्र में होने के कारण गोरखपुर पिछले कुछ सालों में निवेश के लिए एक पसंदीदा जगह के रूप में लोकप्रिय हो रहा है। उद्योगपतियों की ओर से उद्योग लगाने की बढ़ती मांग को देखते हुए गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण यानी गीडा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के दोनों ओर 800 एकड़ में औद्योगिक कॉरिडोर बना रहा है। इसके अलावा धुरियापार में 5500 एकड़ में औद्योगिक कॉरिडोर बनाने की कार्य योजना भी शुरू हो रही है। UP News
2017 से गोरखपुर को मिली नई उड़न | UP News
30 नवंबर को गीडा अपना 35वां स्थापना दिवस मनाया। 35 साल के सफर के पहले 28 सालों में गीडा की गति बेहद धीमी रही। गीडा क्षेत्र में निवेश को लेकर उतनी उत्सुकता नहीं थी जितनी 1989 में गीडा की स्थापना के समय थी क्योंकि कारोबार के लिए बुनियादी सुविधाओं शांति और व्यवस्था तथा निवेश को प्रोत्साहित करने वाली प्रभावी नीतियों का अभाव था। हालांकि 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद सब कुछ काफी बदल गया है। अनुकूल माहौल और सरकारी सहयोग मिलने पर निवेशकों और उद्यमियों की गीडा में निवेश करने की रुचि भी तेजी से बढ़ी। UP News
सीएम योगी के कहने पर गीडा निवेशकों की रुचि को देखते हुए गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के दोनों ओर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण कर रहा है। इस औद्योगिक कॉरिडोर की स्थापना के लिए आठ सौ एकड़ जमीन का उपयोग किया जा रहा है। औद्योगिक कॉरिडोर में नए उद्योग भी पनपने लगे हैं। उदाहरण के लिए, वैश्विक ब्रांड पेप्सिको की फ्रेंचाइजी वरुण बेवरेजेज ने तीन बॉटलिंग प्लांट लगाए हैं और 1200 करोड़ रुपये का निवेश किया है। औद्योगिक कॉरिडोर में गीडा 88 एकड़ में प्लास्टिक पार्क बना रहा है। UP News
800 एकड़ में बना प्लास्टिक पार्क 5000 हजार लोगो को मिलेंगे रोजगार
यहां 92 प्लास्टिक निर्माण इकाइयों को जगह और सभी जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध हो सकेंगे। इससे करीब 5,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। प्लास्टिक पार्क में गीडा ने कई उद्यमों को जमीन आवंटित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके अलावा प्लास्टिक पार्क में जगह खोलने वाले कारोबारियों को कच्चे माल की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। परियोजना स्थल पर प्लास्टिक पार्क की सुविधाओं के लिए गेल (गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड) कच्चे माल की आपूर्ति करेगी। गीडा के पिछले स्थापना दिवस पर सीएम योगी के सामने गेल और गीडा के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए थे। UP News
इसके अलावा GIDA ने प्लास्टिक पार्क परियोजना स्थल पर सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (CIPET) को पांच एकड़ निःशुल्क भूमि उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। CIPET केंद्र की स्थापना से प्रशिक्षित कारीगरों द्वारा उत्पादित वस्तुओं की गुणवत्ता और प्लास्टिक पार्क में स्थापित होने वाली इकाइयों के लिए उनकी उपलब्धता दोनों सुनिश्चित हो सकेगी। UP News
5500 एकड़ के धुरियापार औद्योगिक कॉरिडोर विकसित
मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप गीडा को प्रथम श्रेणी के औद्योगिक जिले के रूप में विकसित किया जा रहा है। भूमि बैंक के विस्तार के कारण अब निवेशकों को उनकी पसंद के अनुसार भूखंड उपलब्ध हो रहे हैं। गीडा के 35वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्यमंत्री के समक्ष 85 निवेशकों को भूखंड आवंटन पत्र प्रदान किए गए । प्लास्टिक पार्क, रेडीमेड गारमेंट पार्क और रेडीमेड गारमेंट फ्लैटेड फैक्ट्री भी आने वाले दिनों में उपहार स्वरूप लगेगी होंगी। इसके अलावा 5500 एकड़ के धुरियापार औद्योगिक कॉरिडोर के लिए संपत्ति अधिग्रहण का काम तेजी से चल रहा है। UP News
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