19 फ़रवरी, दिल्ली। आज दिल्ली आँगनवाड़ीकर्मियों की हड़ताल का 20वाँ दिन था। हर रोज़ की तरह हड़ताली गीत के साथ ही सभा की शुरुआत हुई। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन प्रियम्बदा ने किया। दिल्ली की आँगनवाड़ीकर्मियों ने अपनी हड़ताल के 20वें दिन म्यूज़िक कन्सर्ट का आयोजन किया।
इस संगीत कार्यक्रम में रॉक बैण्ड अनुष्टुप ने अपनी कई शानदार प्रस्तुतियाँ दी। अनुष्टुप रॉक बैण्ड के बारे में बताते हुए अभिनव ने बताया कि हमारा बैण्ड और हमारा संगीत मेहनतकश जनता व उसके संघर्षों के साथ नाभिनालबद्ध रूप से जुड़ा हुआ है। अभिनव ने आँगनवाड़ी महिलाकर्मियों को उनके शानदार संघर्ष के लिए बधाई दी और संघर्षरत महिलाकर्मियों को जीत का भरोसा दिलाया। अनुष्टुप रॉक बैण्ड में वोकल पर अभिनव और सृजन थे, लीड गिटार पर अनहद, रिदम गिटार पर अभिनव, बेस गिटार पर सृजन और ढोलक पर शिप्रा थी। बैण्ड ने बेर्टोल्ट ब्रेष्ट, हबीब ज़ालिब, फ़ैज़ अहमद फ़ैज़, मुक्तिबोध और शशिप्रकाश की कई रचनाओं को पेश किया। गिटार की झंकार पर पेश हुए शानदार गीतों पर पूरा हड़ताली जनसमूह झूमने लगा और सिविल लाइन्स के आसपास का इलाका गुंजायमान हो उठा।
दिल्ली स्टेट आँगनवाड़ी वर्कर्स एण्ड हेल्पर्स यूनियन की प्रियम्बदा शर्मा ने अनुष्टुप रॉक बैण्ड का शुक्रियादा किया और इतनी शानदार प्रस्तुतियों के लिए अनुष्टुप बैण्ड को क्रान्तिकाती सलाम पेश किया। प्रियम्बदा आगे बताया कि विगत 31 जनवरी से ही दिल्ली की आँगनवाड़ी हड़ताल पर बैठी हुई हैं। हड़ताल के हमारे मुद्दे बेहद बुनियादी हैं और हमारे लिए यह हमारी जीने के हक़ की लड़ाई है। लेकिन हमारी जायज़ और न्यायसंगत माँगों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। दिल्ली सरकार हमारी माँगों पर टस से मस नहीं हो रही है। यही नहीं केजरीवाल सरकार सीटू जैसी दलाल यूनियन के साथ मिलकर हमारी हड़ताल को कमज़ोर करने के प्रयासों में लगी हुई है। हम बातचीत के लिए बेशक तैयार हैं लेकिन हमारी भी कुछ शर्तें हैं। हम सीटू जैसी दलाल यूनियन के साथ सरकार के साथ वार्तालाप में कत्तई शामिल नहीं होंगे और ऐसे किसी भी फ़र्ज़ी समझौते का सक्रिय बहिष्कार करेंगे।
इसके बाद सभा को मज़दूर बिगुल के सम्पादक अभिनव सिन्हा ने सम्बोधित किया। अभिनव ने इतनी शानदार हड़ताल के लिए आँगनवाड़ी कर्मियों का इस्तकबाल किया। उन्होंने अपनी बात में आम आदमी पार्टी के सुधारवाद की पोल खोली और बताया की आप और अन्य पूँजीवादी पार्टियों के वर्गचरित्र में कोई भी बुनियादी फ़र्क़ नहीं है। उन्होंने कहा कि हड़ताल हमारा उत्सव है और इस दौरान हम न केवल अपनी एकजुटता का एहसास करते हैं बल्कि हड़ताल के दौरान हम व्यवस्था के वर्ग चरित्र को भी भली प्रकार से समझते हैं। उन्होंने कहा कि अपने तमाम प्रयासों के बावजूद जब दिल्ली सरकार और महिला एवं बाल विकास विभाग हमारी हड़ताल को तोड़ने में नाकामयाब रहे तो उन्होंने सीटू की दलाल यूनियन का इस्तेमाल करने की सोची है। 20 दिन की हड़ताल के दौरान नदारद सीटू समझौते की टेबल पर प्रकट होकर आपके संघर्ष और जीत की सम्भावनाओं को निगल जाना चाहती है। उन्होंने कहा कि सीटू पूरे मज़दूर वर्ग में कमीशनखोर और मालिकों की एजेण्ट के रूप में बदनाम है और आपकी यूनियन ने इसे अपने संघर्ष से दूर करके काबिलेतारीफ़ काम किया है। अभिनव ने कहा कि सीटू और ऐसे तमाम दलाल ट्रेड यूनियन सेण्टरों से देश भर के मज़दूर और कर्मचारी खुद को दूर कर रहे हैं और अपनी नयी क्रान्तिकारी यूनियनों के तहत संगठित हो रहे हैं। यह एक सकारात्मक कदम है। वह दिन दूर नहीं जब देश भर के श्रमिक अपनी असली वर्ग-एकजुटता कायम करेंगे और मज़दूर आन्दोलन को कोढ़ से मुक्त कर लेंगे।
इसके बाद सभा को आँगनवाड़ी यूनियन की अध्यक्षा शिवानी ने सम्बोधित किया। शिवानी ने कहा कि यदि दिल्ली सरकार सीटू के साथ कोई बैठक करती है और बन्द कमरों में हमारे हितों का कोई सौदा करती है तो हमें यह कत्तई नामंजूर होगा। उन्होंने कहा कि न तो हड़ताल में शामिल है और न ही सीटू की दलाल यूनियन का आँगनवाड़ीकर्मियों के बीच कोई आधार ही है।
दिल्ली सरकार सीटू को बीच में लेकर जैसे तैसे किसी फ़र्ज़ी समझौते को अंजाम दे देना चाहती है। यह चीज़ हमें कत्तई स्वीकार्य नहीं होगी। यदि दिल्ली सरकार सीटू की दलाल यूनियन के साथ मिलकर आँगनवाड़ी महिलाकर्मियों की आकांक्षाओं के ख़िलाफ़ जाकर आगामी 21 तारीख़ को कोई षड्यन्त्र करती है तो हम अगले ही दिन यानी 22 फ़रवरी को फ़िर से दिल्ली की सड़कों पर होंगे। उन्होंने कहा कि हमारा संघर्ष जीत के साथ ही समाप्त होगा फ़िर भले ही हमें 200 दिन भी क्यों ना बैठना पड़े।
इसके बाद सभा को यूनियन के विभिन्न नेताओं, कार्यकर्ताओं और सदस्यों ने सम्बोधित किया। यूनियन सदस्यता प्रदान किये जाने और हड़ताल को और तेज़ करने के विभिन्न बिन्दुओं पर बात हुई। आँगनवाड़ी महिलाओं ने गीत और कविताएँ पेश किये। आँगनवाड़ीकर्मियों की हड़ताल में बच्चों की बालवाड़ी आज भी आकर्षण का विशेष केन्द्र बनी रही।
आर्ट कॉलेज के आम छात्रों और प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट्स लीग के कलाकारों ने हड़ताल स्थल पर आर्ट गैलरी सजाकर हड़ताल को अपना समर्थन दिया। आज आँगनवाड़ी कर्मियों के हड़ताल स्थल पर नागरिक और जनवादी अधिकारों के लिए काम करने वाले संगठन पीयूडीआर, नौजवान भारत सभा और बिगुल मज़दूर दस्ता ने भी शिरकत की और हड़ताल को अपना पूर्ण समर्थन देने की बात कही ल
दिल्ली से राजेश शर्मा की रिपोर्ट देखते रहिये आपका अपना चैनल आंचलिक ख़बरें अपनों की खबर आप तक ग
घ
घ