Humsafar Policy : अगर आपको सफर में साथी अच्छा मिल जाये तो यात्रा का आनंद बढ़ जाता है, लेकिन जब हाईवे पर कोई आपातकालीन स्थिति आती है और उसे शौचालय जाना पड़ता है तो यह आनंद खत्म हो जाता है। हालांकि, देश के हजारों-लाखों हाईवे उपयोगकर्ताओं को आधुनिक सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करने के लिए एक नई रणनीति पेश की गई है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ‘हमसफर नीति’ पेश की।
क्या है हमसफ़र नीति ? What is Humsafar policy
इस अध्यादेश की बदौलत लोगों को अब व्हीलचेयर, शिशु देखभाल कक्ष, स्वच्छ शौचालय और सड़क के किनारे आवास जैसी आवश्यक सुविधाओं तक पहुंच प्राप्त होगी। इसके अतिरिक्त, गैस पंपों के लिए विशिष्ट दिशा-निर्देश प्रदान किए गए हैं। मंगलवार को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हमसफ़र नीति की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय राजमार्गों पर सैनिटरी टॉयलेट और बेबी केयर रूम जैसी बुनियादी सुविधाएँ प्रदान करना है।
हमसफ़र (Humsafar Policy) पहल के तहत, राष्ट्रीय सड़कों के किनारे पेट्रोल पंपों पर पार्किंग की जगह, ईवी चार्जिंग स्टेशन, व्हीलचेयर की पहुँच और ठहरने के विकल्प होंगे। सरकार के अनुसार, नया विनियमन राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रियों को सुविधाजनक, सुरक्षित और आनंददायक अनुभव प्रदान करेगा। इसके अलावा, यह रणनीति सेवा प्रदाताओं के लिए आजीविका के विकल्पों को बढ़ावा देगी, उद्यमियों को सशक्त बनाएगी और रोजगार पैदा करेगी।
हमसफ़र नीति (Humsafar Policy) के बारे में, नितिन गडकरी ने कहा कि “अगर कोई टोल वसूल रहा है, तो उसे यात्रियों की सुरक्षा और आराम भी सुनिश्चित करना होगा” और हमसफ़र ब्रांड देश के शीर्ष नेटवर्क पर ड्राइवरों और यात्रियों दोनों के लिए सुरक्षा और आराम के उच्चतम स्तर का प्रतिनिधित्व करेगा।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्गों पर शीर्ष-स्तरीय सेवाएँ प्रदान करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि समाज के हाशिए पर पड़े स्थानीय वर्गों को इस परियोजना से लाभ होगा। उन्होंने कहा, “मैंने देखा है कि बहुत से गैस स्टेशनों पर शौचालय बंद हैं।” NH के किनारे स्थित गैस स्टेशनों को आम जनता के लिए सुलभ स्वच्छ शौचालय बनाए रखने की आवश्यकता है। अगर यह पूरा नहीं हुआ तो गैस पंप बंद हो सकते हैं।
Visit Our Social Media Pages
YouTube:@Aanchalikkhabre
Facebook:@Aanchalikkhabre
Twitter: @Aanchalikkhabre
इसे भी पढ़े- हरियाणा में हार के बाद Mayawati की जाट समुदाय को विशेष सलाह