अशोक शर्मा
बिहार: गया जिला के मोहनपुर प्रखंड स्थित गोपालकेड़ा पंचायत के हादे गांव से चरकेरिया – बोंगिया रोड तक करीब डेढ़ किलोमीटर सड़क का निर्माण हादे के ग्रामीणों ने खुद के श्रम से और कुछ चंदा कर जेसीबी से किया। जिसका उद्घाटन लोक समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष व गांधीवादी चिंतक श्री गिरिजा सतीश ने फीता काट कर किया। सड़क के उद्घाटन के बाद सभा का आयोजन किया गया । सभा की अध्यक्षता गोपालकेड़ा पंचायत के पूर्व सरपंच श्री मल्लू मांझी और संचालन जानेमाने सामाजिक कार्यकर्ता और मजदूर नेता श्री बालेश्वर मांझी ने किया । सभा को संबोधित करते हुए लोक समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गिरिजा सतीश ने कहा कि समाज में आमूलचूल परिवर्तन के लिए सतत संघर्ष और रचना का काम करना अनिवार्य होगा। संघर्ष के साथ रचना का काम नहीं करने से एकांकी बनकर रह जाता है । संघर्ष के दौरान ठहराव का दौर आता है ।उस दौरान रचनात्मक कार्य यदि नहीं किया गया तो संघर्ष और संगठन में बिखराव और अलगाव की प्रबल संभावना होती है। उन्होंने कहा कि इस सड़क का निर्माण ग्रामीणों ने खुद के श्रम से किया है जो लोक समिति, छात्र – युवा संघर्ष वाहिनी और मजदूर – किसान समिति की रचना के प्रति दृष्टि और सोच को दर्शाता है।
श्री सतीश ने कहा कि यह इलाका शांतिमय संघर्ष का रहा है । एक से एक मिशाल कायम किया है। उन्होंने कहा कि चाहे बोधगया मठ के हजारों एकड़ जमीन बंटने की बात हो या महिलाओं के नाम से जमीन की मिल्कियत की बात हो या परिवर्तन के लिए शांतिमय वर्ग संघर्ष को बैचारिक स्तर पर स्थापित करने की बात हो । ये सब समाज में आमूलचूल परिवर्तन के लिए प्रतिबद्ध युवाओं , बुद्धजीवियों और इस इलाके के लोगों की वजह से संभव हुआ है।
श्री सतीश ने सर्व सेवा संघ , वाराणसी का जिक्र करते हुए कहा कि आज गांधी , विनोबा , जयप्रकाश के विचारों की विरासत को ढहाने की कोशिश सरकार कर रही है । उन्होंने मणिपुर में महिलाओं के साथ किए जा रहे बलात्कार और हिंसा को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन वीरेन सिंह की विफलता का परिणाम बताया । उन्होंने घटनाओं की निंदा करते हुए तुरंत शांति बहाली की मांग की । लोक समिति के राष्ट्रीय संयोजक कौशल गणेश आजाद ने कहा कि शांतिमय संघर्ष के बदौलत बड़े – बड़े भूपतियों को धूल चटाया गया है। सामंतवाद को खत्म किया गया है। छुआछुत में टूटन आया है । जीवन में बेहतरी आई है । उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण से आवागमन के सुलभ होने के साथ – साथ विकास का भी रास्ते प्रसस्त हुआ है। उन्होंने संगठन को और मजबूत करने का आह्वान किया। लोक समिति के जिला अध्यक्ष पुतुल कुमारी ने कहा कि महिलाओं को आगे आने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की भागीदारी के बिना समाज में आमूलचूल परिवर्तन संभव नहीं है। उपेन्द्र सिंह ने कहा कि रचना और संघर्ष का अद्भुत उदाहरण बना है यह सड़क ।
उन्होंने बताया कि हम दलितों में शिक्षा का कार्य कर रहे हैं । सैंकड़ों बच्चे पढ़ कर आगे बढ़े । बाराचट्टी के विधायक प्रतिनिधि श्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि शायद वर्षों तक अधिकारियों के दफ्तर का चक्कर काटने के बाद भी सड़क नहीं बनती। यदि सड़क बन भी जाती तो कितने पैसे का वारा – न्यारा होता कहना मुश्किल है। लेकिन संगठन , एकता और हादे के ग्रामीणों की प्रतिबद्धता के कारण इस कठिन काम को भी बहुत ही आसानी से कर लिया गया । मौके पर उपस्थित सर्व श्री मजदूर – किसान समिति के जिला संयोजक बिशुनधारी यादव , जे पी सेनानी के अध्यक्ष जगदेव सिंह , राजेन्द्र मांझी, मुसैला पंचायत के मुखिया कैलु मांझी , वयोवृद्ध सर्वोदयी प्रमेश्वर प्रसाद , बिन्दु सिंह , विशेश्वर पासवान आदि ने भी सभा को संबोधित किया । उपरोक्त व्यक्तियों को गोपालकेड़ा पंचायत के पूर्व सरपंच और सभा के अध्यक्ष श्री मल्लू मांझी अंगवस्त्र दे कर सम्मानित किया । सभा के अंत में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर सर्व सेवा संघ को उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा जबरन हड़पने की चल रही कोशिश की निंदा की गई और वहां शांतिमय सत्याग्रह कर रहे सत्याग्रहियों पर किए गए मुकदमे को बिना शर्त वापसी की मांग गई।
मणिपुर में महिलाओं को नग्न कर दौड़ाना उनके साथ बलात्कार करना , उनकी हत्या करना , मणिपुर हिंसा की आग में जलना मणिपुर सरकार की विफलता का परिणाम है । हम इन घटनाओं को कड़ी निन्दा करते हैं और मणिपुर में शांति बहाली की मांग की मांग की गई। सभा में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और पुरुष शामिल थे । मौके पर पेड़ भी सर्व श्री गिरिजा सतीश, कौशल गणेश आजाद, बिन्दु सिंह, उपेन्द्र सिंह के द्वारा लगाए गए। बाद में सड़क कै दोनों तरफ पेड़ लगाए जाएंगे।