देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर चली गोली. सरेआम बीच सड़क पर कार सवार युवक की गोली मारकर हत्या. दिल्ली के रोहिणी इलाके की घटना, वारदात को अंजाम देकर आरोपी मौके से हुए फरार. जानकारी के अनुसार पैसों के लेनदेन के चलते दिया गया है. इस सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी.
देश की राजधानी दिल्ली में आए दिन हत्या, लूटपाट, चोरी झपटमारी जैसी घटनाएं आम बात हो गई हैं. इसलिए देश की राजधानी आज क्राइम कैपिटल बनती जा रही है. ताजा घटना दिल्ली के रोहिणी जिला अंतर्गत रोहिणी साउथ थाना इलाके की है, जहां पर रविवार शाम को कुछ अज्ञात बदमाशों ने कार में बैठे एक युवक को गोली मार दी जिससे उसकी मौत हो गई. जिले के डीसीपी प्रणब तायल से मिली जानकारी के अनुसार मृतक का नाम नीरज उर्फ मोना है जो कि हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला है और पिछले काफी समय से रोहिणी में ही रहे रहा था. बताया जा रहा है कि मृतक फाइनेंसर का काम किया करता था और रविवार शाम को रोहिणी के ही नाहरपुर गांव में रहने वाले एक अन्य युवक से पैसे के लेनदेन को लेकर उसका विवाद हो गया. इसके बाद मृतक जैसे ही अपनी गाड़ी में आकर बैठा तभी कुछ अज्ञात लोगों ने उसकी गाड़ी पर गोली चला दी जिसमें नीरज खून से लथपथ हालत में अपनी गाड़ी में गिर गया. इसके बाद किसी ने मामले की जानकारी पुलिस को दी.
वही गोली की आवाज सुनकर इलाके में हड़कंप मच गया और इस सनसनीखेज वारदात की खबर बड़ी तेजी से एरिया में फैल गई. इसके बाद आनन-फानन में नीरज को अचेत अवस्था में खून से लथपथ रोहिणी के ही जयपुर गोल्डन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. सरेआम बीच सड़क पर हुई हत्या की वारदात से इलाके के लोगों में डर और दहशत का माहौल है. वही आरोपियों के बारे में बताया जा रहा है कि वह मृतक के जानकार है, और पैसे के लेनदेन को लेकर नीरज की गोलीमार हत्या की गई है. और आरोपी मौके से फरार हो गए. वही पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी पर पहले भी कई अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. लेकिन सरेआम बीच सड़क पर ऐसे समय में जब दिल्ली हाई अलर्ट पर हो बावजूद उसके अपराधी बेखौफ होकर किसी की हत्या कर देते हैं वह पुलिस की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान जरूर खड़े होते हैं.
बरहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है, और घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को भी कब्जे में लेकर आरोपियों की पहचान के लिए टेक्निकल सर्विलांस के साथ-साथ लोकल इनपुट की वी मदद ली जा रही है. साथ ही जिले के स्पेशल स्टाफ समेत पुलिस की कई टीमें आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. लेकिन सरेआम बीच सड़क पर हुए इस हत्याकांड ने एक बार फिर से साबित कर दिया है, कि राजधानी दिल्ली में अपराधियों को ना तो कानून का कोई डर है और ना ही पुलिस का कोई खौफ.