झांसी के थाना इलाहाबाद अंतर्गत कपूर टेकरी में एक व्यक्ति के पुश्तैनी मकान पर दबंगों द्वारा कब्जा करने की घटना सामने आई है। इस घटना का वीडियो भी वायरल हो गया है। पीड़ित व्यक्ति, मो० फरीद पुत्र मो० इस्माइल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र देकर इस घटना की जानकारी दी और मकान पर हुए कब्जे को हटवाने की मांग की है। पीड़ित का कहना है कि यह मकान उनके पिता की पुश्तैनी जायदाद है, जिसे दबंगों ने षड्यंत्र करके हड़पने की कोशिश की है।
मो० फरीद ने बताया कि उनका पुश्तैनी मकान 15/10 साइज का है, जिसमें उनका परिवार लंबे समय से निवास कर रहा था। इस मकान पर पहले कभी कोई विवाद नहीं था, लेकिन हाल ही में नबाव पुत्र वजीर, वकील पुत्र नबाव, अबरार, हसन पुत्रगण जब्बार, गामा शाह पुत्र राजे शाह और समाजवादी पार्टी के नेता जमील अहमद कुरैशी ने मिलकर मकान पर कब्जा करने की योजना बनाई। 9 फरवरी 2025 की सुबह लगभग 11:30 बजे, जब मो० फरीद घर पर मौजूद नहीं थे, तब इन दबंगों ने मकान का ताला तोड़कर जबरन कब्जा कर लिया।
पड़ोसियों ने दी सूचना
पड़ोसियों ने इस घटना की सूचना पीड़ित को दी। मो० फरीद ने तुरंत 112 नंबर पर पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो पीड़ित ने उन्हें स्थिति समझाने की कोशिश की और बताया कि दबंगों ने ताला तोड़कर मकान पर कब्जा कर लिया है। इस घटना का वीडियो भी पुलिस को दिखाया गया, जिसमें साफ नजर आ रहा है कि दबंग मकान का ताला तोड़ रहे हैं।
पीड़ित को थाने में बैठाया गया
मो० फरीद का आरोप है कि दबंगों के प्रभाव के कारण पुलिस ने उल्टा उन्हें और उनके भाई को ही थाने ले जाकर दिनभर बैठाए रखा। इस दौरान दबंगों ने मिस्त्री और मजदूरों को बुलाकर मकान की दीवारें बनवाईं और जबरन मकान पर ताला डाल दिया।
मो० फरीद ने बताया कि गामा शाह ने कई फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर मकान को अपने नाम करवाने की कोशिश की। मोहल्ले के कई लोगों ने इस दौरान दबंगों की हरकतों के वीडियो बनाए, जो स्पष्ट रूप से बताते हैं कि दबंग किस तरह से मकान पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे। पीड़ित ने इस कब्जे का विरोध किया था, लेकिन चौकी पुलिस की मिलीभगत से दबंगों ने मकान पर अपना कब्जा कर लिया।
पीड़ित ने बताया कि यह मकान उनके पिता मो० इस्माइल के नाम पर है, जिसके सभी वैध दस्तावेज उनके पास मौजूद हैं। हाउस टैक्स भी वे नियमित रूप से भरते आ रहे हैं। इसके बावजूद पुलिस ने उनकी बात नहीं सुनी और उन्हें शांतिभंग की धारा में चालान कर दिया।
पहले भी दी जा चुकी थी शिकायत
मो० फरीद ने बताया कि इससे पहले भी उन्होंने थाना नवाबाद में इन दबंगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। लेकिन दबंगों के प्रभाव के कारण उनकी शिकायत पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इस कारण नबाव, वकील, अबरार और हसन उनके परिवार से रंजिश मानने लगे।
धमकी देकर किया भयभीत
पीड़ित ने आरोप लगाया कि दबंगों ने उन्हें और उनके परिवार को धमकी दी है कि यदि उन्होंने मकान की तरफ दोबारा देखा, तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा। इस धमकी से उनका पूरा परिवार भयभीत है और घर छोड़कर दूसरी जगह रहने को मजबूर है।
पीड़ित की मांग
मो० फरीद ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से अपील की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने मांग की है कि उनका मकान वापस दिलवाया जाए और दबंगों द्वारा किए गए अवैध निर्माण को तुरंत हटाया जाए।
मोहल्ले के कई निवासियों ने भी इस घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मो० फरीद और उनका परिवार इस मकान में लंबे समय से रह रहा था। उन्होंने कभी किसी के साथ विवाद नहीं किया। मोहल्ले वालों ने यह भी बताया कि दबंगों ने जबरन मिस्त्री बुलाकर दीवारें बनवाईं और मकान का ताला बदल दिया।
इस मामले में समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेता जमील अहमद कुरैशी की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है। पीड़ित ने आरोप लगाया कि उनकी मिलीभगत से ही यह सारा षड्यंत्र रचा गया है। पुलिस पर भी पक्षपात करने का आरोप लगाया गया है।
इस घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। लोग मांग कर रहे हैं कि पुलिस निष्पक्ष जांच करके पीड़ित को न्याय दिलाए। यदि समय रहते उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो दबंगों का हौसला और बढ़ सकता है, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा हो सकती हैं।
मो० फरीद और उनका परिवार इस घटना से काफी डरा हुआ है। उन्हें अपने भविष्य की चिंता सता रही है। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से मांग की है कि उन्हें सुरक्षा दी जाए और दबंगों से बचाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिला, तो वे उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने को मजबूर होंगे।
इस पूरे मामले में कई वीडियो सबूत मौजूद हैं, जिनमें साफ दिख रहा है कि दबंग मकान पर कब्जा कर रहे हैं। मो० फरीद ने पुलिस को ये वीडियो सौंपे हैं और उम्मीद जताई है कि इन सबूतों के आधार पर उन्हें न्याय मिलेगा।
यह घटना झांसी में कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। पीड़ित ने अपने पुश्तैनी मकान को बचाने के लिए प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। स्थानीय लोग भी चाहते हैं कि इस मामले में निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सख्त सजा दी जाए। पुलिस और प्रशासन को चाहिए कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और पीड़ित को न्याय दिलाएं। यदि समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए, तो पीड़ित और उनके परिवार की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।