Jhansi UP : बबीना विधानसभा में जल आपूर्ति और कृषि सुधार के लिए व्यापक योजनाएँ लागू

News Desk
7 Min Read
Screenshot 2025 03 29 193235

झांसी जिले की बबीना विधानसभा क्षेत्र में विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के उद्देश्य से विधायक राजीव सिंह पारीछा ने विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं को लागू किया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार की सहयोगी नीतियों के तहत क्षेत्र को बुनियादी सुविधाओं से सशक्त करने की प्रतिबद्धता दोहराई। विधायक ने अपने ओम शांति नगर स्थित आवास पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए बीते वर्षों में संपन्न कराए गए विकास कार्यों की विस्तृत जानकारी दी।

जल आपूर्ति और पेयजल योजनाएँ

हर घर जल, हर घर नल योजना के तहत लगभग 1500 करोड़ रुपये की लागत से ब्लॉक चिरगांव, ब्लॉक बड़ागांव और ब्लॉक बबीना के विभिन्न गांवों में पेयजल परियोजनाएँ स्वीकृत की गई हैं। इन योजनाओं के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायतों में 100 पानी टैंकरों की व्यवस्था की गई है, जिससे जल संकट से निपटने में सहायता मिली है। इसके अतिरिक्त, जल संरक्षण और प्रबंधन के लिए विभिन्न जलाशयों और जलसंभर क्षेत्रों का पुनर्निर्माण किया गया है।

औद्योगिक और आर्थिक विकास

बुंदेलखंड औद्योगिक कॉरिडोर की स्थापना हेतु लगभग 8000 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई, जिससे क्षेत्र में औद्योगिकीकरण को गति मिलेगी और हजारों रोजगार सृजित होंगे। यह योजना स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त करने के साथ-साथ युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर पैदा करने का कार्य करेगी। इसके तहत नए औद्योगिक क्षेत्रों को विकसित किया जाएगा, जिससे क्षेत्रीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत स्थानीय उद्योगों को भी सहायता दी जाएगी।

सीएचसी बरूआसागर का निर्माण 5.50 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इसके अलावा, उप-स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में अपग्रेड करने के लिए 5 करोड़ रुपये की लागत स्वीकृत की गई। इससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाया गया है। स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए नए अस्पतालों का निर्माण किया गया है, और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को आधुनिक चिकित्सा उपकरणों से लैस किया गया है। दूरस्थ क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाएँ पहुँचाने के लिए मोबाइल मेडिकल वैन की व्यवस्था भी की गई है।

24.05 करोड़ रुपये की लागत से राजकीय इंटर कॉलेज और आईटीआई कॉलेज का निर्माण कार्य किया गया। क्षेत्र के जर्जर विद्यालयों का नवीनीकरण कर उन्हें आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया। उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए ठाकुरपुरा ग्राम पंचायत में डिग्री कॉलेज की स्थापना की गई। इसके अलावा, विभिन्न तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा केंद्रों की स्थापना की गई है, जिससे युवा पीढ़ी को रोजगारपरक शिक्षा दी जा सके।

Screenshot 2025 03 29 193250

विद्युत व्यवस्था का सुदृढ़ीकरण

विद्युत व्यवस्था के विस्तार के तहत 11 केवी विद्युत लाइनों का 145 किमी विस्तार किया गया। 450 किमी एसजेड केबल लाइन बिछाई गई। 600 नए ट्रांसफार्मर स्थापित कर बिजली आपूर्ति को सुदृढ़ किया गया। 50.10 करोड़ रुपये की लागत से 169 ग्रामों एवं 338 मजरों का विद्युतीकरण किया गया। सौर ऊर्जा परियोजनाओं को भी प्रोत्साहित किया गया है, जिससे हर गांव तक बिजली पहुंचाई जा सके।

310.99 करोड़ रुपये की लागत से लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क निर्माण किया गया। 37.23 करोड़ रुपये की लागत से प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत विभिन्न मार्गों का नवीनीकरण और निर्माण किया गया। इसके तहत चिरगांव-भांडेर मार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग-27 धर्मपुरा मार्ग, रक्सा-अंबावाय मार्ग, हंसारी-बैदोरा मार्ग, बरुआ सागर-तिलैथा मार्ग प्रमुख हैं। बुंदेलखंड विकास निधि के अंतर्गत 35 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न विकास कार्य किए गए। शहरी क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए नए फ्लाईओवर और ब्रिज बनाए गए हैं।

बरुआपुरा-मुरारी मार्ग पर पहूज नदी पर 13.15 करोड़ रुपये की लागत से पुल निर्माण हुआ। ग्राम मुड़ेई (चिरगांव) में 4.80 करोड़ रुपये की लागत से लघु सेतु का निर्माण किया गया। बेतवा नदी पर उजयान घाट और पारीछा घाट को जोड़ने के लिए पीपा पुल का निर्माण किया गया। झांसी-बबीना संपर्क मार्ग पर लघु सेतु (पुलिया) का निर्माण हुआ, जिससे आवागमन सुगम हुआ। सैंयर के मजरा अटरियन में लघु सेतु निर्माण किया गया। बबीना टूंका संपर्क मार्ग पर सेतु निर्माण कार्य भी संपन्न हुआ। इसके अतिरिक्त, बाढ़ सुरक्षा के लिए विभिन्न नदी तटों को मजबूत किया गया है।

2.39 करोड़ रुपये की लागत से लघु सिंचाई विभाग द्वारा चेकडैम निर्माण किया गया। 2.40 करोड़ रुपये की लागत से हंसारी बैदोरा मार्ग के किमी 11 में टी-वॉल एवं पिचिंग का कार्य किया गया। चिरगांव, बड़ागांव और बबीना में 335 ब्लास्ट कूपों का निर्माण किया गया, जिससे कृषि कार्यों में जल की उपलब्धता बढ़ी। विभिन्न तालाबों और जलाशयों की सफाई एवं गहरीकरण किया गया, जिससे जल संरक्षण को बढ़ावा मिला।

कोविड-19 के दौरान जन-कल्याणकारी कार्य

कोरोना महामारी के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार ने सर्वाधिक कोरोना जांच और टीकाकरण किया। महामारी के दौरान मुफ्त खाद्यान्न वितरण किया गया। कामगारों, असंगठित श्रमिकों, स्ट्रीट वेंडर्स, कुलियों और पल्लेदारों को मुफ्त खाद्यान्न और भरण-पोषण भत्ता प्रदान किया गया। इसके अलावा, सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए गए, और टीकाकरण की प्रक्रिया को तेज किया गया।

विधायक राजीव सिंह पारीछा ने कहा कि यह विकास यात्रा केवल एक शुरुआत है। आगामी वर्षों में बुंदेलखंड औद्योगिक कॉरिडोर योजना के तहत बबीना विधानसभा को औद्योगिक विकास से जोड़ने की योजना है, जिससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। सभी गांवों तक पक्की सड़कें पहुँचाने, आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करने, और युवाओं के लिए अधिक रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए नए उद्योग स्थापित करने की योजना है। कृषि और पर्यावरण संरक्षण के लिए नई योजनाएँ लागू की जाएंगी। बायो गैस संयंत्र और हरित ऊर्जा परियोजनाओं को प्रोत्साहित किया जाएगा।

विधायक ने “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास” के मंत्र को साकार करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि यह विकास कार्य जनता के सहयोग और समर्थन से ही संभव हो पाए हैं। इस अवसर पर भूपेन्द्र परमार, जगदीश कुशवाहा, अनिल पटेरिया, अजय राजपूत, उमाशंकर राजपूत, पवन राजपूत, बहादुर राय, अनिल साहू सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

 

Share This Article
Leave a Comment