झांसी में मानवता के लिए एक कदम संस्था और झांसी वन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आज एक विशेष जन संदेश यात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा वन विभाग कार्यालय से शुरू होकर एलिट चौराहा तक निकाली गई, जिसमें झांसी के वन विभाग स्टाफ, संस्था के सदस्यगण, मोस्कॉट कॉन्वेंट स्कूल, बी आर कॉन्वेंट स्कूल और पुलिया नंबर 9 स्कूल के बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और पक्षी संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना था। इसके अंतर्गत न केवल जन संदेश यात्रा निकाली गई, बल्कि घोंसला वितरण कार्यक्रम भी संपन्न हुआ, जिससे पक्षियों को प्राकृतिक व सुरक्षित आवास उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया।
शुभारंभ और विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
इस जन संदेश यात्रा और घोंसला वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ झांसी सदर के विधायक रवि शर्मा द्वारा किया गया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि पर्यावरण संरक्षण केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि समाज के हर नागरिक का कर्तव्य है। इस तरह के आयोजनों से लोगों में प्रकृति के प्रति प्रेम और संवेदनशीलता बढ़ती है, जिससे भविष्य में बेहतर पर्यावरण संरक्षित करने की दिशा में योगदान मिलेगा।
इस कार्यक्रम में मुख्य वन संरक्षक एच. गिरीश, सीएफ महावीर कौजालगी, प्रभागीय वन अधिकारी जे.बी. सेंडे और उप प्रभागीय वन अधिकारी विनोद यादव उपस्थित रहे। इन अधिकारियों ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान समय में पक्षियों के लिए प्राकृतिक आवास तेजी से कम हो रहे हैं, जिससे उनकी कई प्रजातियाँ विलुप्ति के कगार पर हैं। ऐसे में घोंसला वितरण अभियान उनकी सुरक्षा और संरक्षण के लिए बेहद जरूरी कदम है।
मानवता के लिए कदम संस्था की भूमिका
इस कार्यक्रम का आयोजन ‘मानवता के लिए एक कदम’ संस्था द्वारा किया गया, जो झांसी में सामाजिक सेवा और पर्यावरण संरक्षण के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। संस्था के अध्यक्ष जगमोहन बडोनिया ने इस अभियान का नेतृत्व किया और कार्यक्रम का सफल संचालन किया। उन्होंने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों में प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी की भावना विकसित करना भी है।
संस्था के उपाध्यक्ष बॉबी अहिरवार, प्रबंधक जयश्री सेन, अर्पणा सेन, संगीता सिंह, नेहा केवट, डोली पाठक, आफरीन, पुष्पेंद्र, शिव परिहार, अभय सिंह और रवि सिंह ने इस अभियान को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
विद्यालयों की भागीदारी और बच्चों का उत्साह
इस अभियान में शहर के प्रमुख स्कूलों बी आर कॉन्वेंट स्कूल और मोस्कॉट कॉन्वेंट स्कूल के बच्चों ने भी भाग लिया। बी आर कॉन्वेंट स्कूल के प्रबंधक रिंकू मांस और मोस्कॉट कॉन्वेंट स्कूल के प्रबंधक हसन अली ने इस पहल की सराहना की और कहा कि बच्चों को बचपन से ही पर्यावरण संरक्षण की सीख देना जरूरी है। जब वे इस तरह के अभियानों में भाग लेते हैं, तो उनमें प्रकृति के प्रति प्रेम और जागरूकता विकसित होती है, जिससे वे आगे चलकर पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रभावी कदम उठा सकते हैं।
बच्चों ने हाथों में तख्तियाँ और बैनर लेकर पर्यावरण संरक्षण से जुड़े संदेश दिए। उन्होंने ‘पक्षियों को बचाओ’, ‘प्रकृति से प्रेम करो’, ‘आओ घोंसले लगाएं, पक्षियों को बचाएं’ जैसे नारे लगाए, जिससे आम लोगों का ध्यान इस अभियान की ओर आकर्षित हुआ।
घोंसला वितरण कार्यक्रम और उसका महत्व
जन संदेश यात्रा के समापन के बाद घोंसला वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अभियान के तहत पक्षियों के लिए सुरक्षित और अनुकूल घोंसले वितरित किए गए, जिन्हें बाद में शहर के विभिन्न पेड़ों पर लगाया जाएगा।
मुख्य वन संरक्षक एच. गिरीश ने कहा कि शहरों के बढ़ते कंक्रीट जंगलों के कारण पक्षियों के लिए प्राकृतिक आवास तेजी से खत्म हो रहे हैं। ऐसे में घोंसले लगाना एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जिससे पक्षियों को रहने के लिए सुरक्षित स्थान मिल सकेगा। उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों को हर वर्ष बड़े पैमाने पर आयोजित किया जाना चाहिए।
वन विभाग के अन्य अधिकारियों ने भी इस पहल की सराहना की और कहा कि इससे न केवल पक्षियों को लाभ होगा, बल्कि जैव विविधता भी संरक्षित होगी। साथ ही, लोगों में पक्षियों के प्रति जागरूकता और संवेदनशीलता भी बढ़ेगी।
पर्यावरण संरक्षण के प्रति समाज की भूमिका
कार्यक्रम में मौजूद वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि पर्यावरण संरक्षण केवल सरकारी योजनाओं तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसमें समाज की भागीदारी भी आवश्यक है।
सदर विधायक रवि शर्मा ने कहा कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति को अपने स्तर पर पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना चाहिए। चाहे वह वृक्षारोपण हो, पानी बचाना हो या फिर पक्षियों के लिए घोंसले लगाना – ये छोटे-छोटे प्रयास मिलकर बड़े बदलाव ला सकते हैं।
‘मानवता के लिए एक कदम’ संस्था ने घोषणा की कि वह भविष्य में भी इस तरह के अभियान चलाएगी। संस्था के अध्यक्ष जगमोहन बडोनिया ने कहा कि आने वाले समय में विभिन्न क्षेत्रों में और अधिक घोंसले लगाए जाएंगे और ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस अभियान से जोड़ा जाएगा।
संस्था ने स्कूलों और अन्य संगठनों से भी इस पहल में जुड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगर हर व्यक्ति अपने घर और आसपास के पेड़ों पर घोंसले लगाने की जिम्मेदारी ले, तो पक्षियों को सुरक्षित आवास मिल सकेगा और उनका अस्तित्व सुरक्षित रहेगा।
यह कार्यक्रम झांसी में पर्यावरण और पक्षी संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। ‘मानवता के लिए एक कदम’ संस्था और वन विभाग के इस संयुक्त प्रयास ने न केवल पर्यावरण प्रेमियों को प्रेरित किया, बल्कि आम जनता में भी जागरूकता बढ़ाई।
इस तरह के कार्यक्रम यह दर्शाते हैं कि यदि सरकार, संगठन और समाज मिलकर काम करें, तो पर्यावरण संरक्षण संभव है। जन संदेश यात्रा और घोंसला वितरण अभियान एक सार्थक पहल थी, जिसने लोगों को प्रकृति के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ उन्हें प्रत्यक्ष रूप से संरक्षण कार्यों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
ऐसे अभियानों को निरंतर बढ़ावा देकर और समाज के हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित कर हम एक बेहतर और हरित भविष्य की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।