जिला पंचायत पूर्व सदस्य रानी बागरी ने बागरी जाति को लेकर एक वर्ग विशेष पर भ्रम फैलाने की कोशिश का आरोप लगाया है पत्रकार वार्ता में उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर जब सिर पर चुनाव होते हैं तभी ऐसे ऐसे मंत्र क्यों छोड़े जाते हैं पूर्व पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने कहा कि कुछ लोग यह षड्यंत्र करते हैं कि बागरी जाति को या लाभ ना मिले तो इन लोगों को विभाजित कर दें इसी के तहत कुछ लोग हाई कोर्ट गए थे मगर हाई कोर्ट ने इसे राज्य शासन का मामला बताते हुए खारिज कर दिया था उन्होंने कहा कि राज्य शासन को चाहिए कि पूरी छानबीन कर पहले तसल्ली कर ले और फिर लाभ दें इस पर कोई आपत्ति नहीं है उन्होंने कहा कि लोग भ्रांति फैला रहे हैं बाकी समाज को जाति श्रेणी से हटा दिया गया है जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है इस मौके पर नत्थू लाल बागरी समेत अन्य सामाजिक व्यक्ति मौजूद रहे.