लखीमपुर खीरी के निघासन तहसील क्षेत्र के ग्रंट 12 गांव में शारदा नदी का कटान लगातार लोगों के लिए खतरे का सबब बनता जा रहा है। बीते 12 घंटों में नदी की तेज धाराओं ने 10 और घर निगल लिए। अब तक कुल 101 मकान नदी में समा चुके हैं।
युवती ने बचाई अपनी जान
कटान की भयावहता का उदाहरण उस वक्त देखने को मिला जब एक मकान भरभरा कर नदी में गिरा। घर के पास खड़ी एक युवती ने समय रहते भागकर अपनी जान बचाई। ग्रामीणों ने इस घटना का वीडियो भी रिकॉर्ड किया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
प्रभावित परिवारों की पीड़ा
ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। बेघर परिवार खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर हैं। उन्हें केवल मुआवजे का आश्वासन दिया गया है, जबकि राहत सामग्री और सुरक्षित ठिकानों की व्यवस्था नहीं हो पाई है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
तहसीलदार मुकेश वर्मा ने बताया कि कटानग्रस्त क्षेत्र की निगरानी के लिए लेखपाल तैनात किए गए हैं। प्रभावित परिवारों की मदद के लिए शासन को रोजाना रिपोर्ट भेजी जा रही है और जल्द ही मुआवजा प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
विशेषज्ञ सुझाव और सुरक्षा उपाय
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नदी किनारे रहने वाले परिवारों को अल्प अवधि के लिए सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरण की सिफारिश।
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कटान प्रभावित क्षेत्रों में आपातकालीन बचाव दल की तैनाती आवश्यक।
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ग्रामीणों को मौसम अपडेट और नदी जलस्तर की जानकारी समय-समय पर दी जाए।
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भविष्य में इस तरह की आपदा से बचाव के लिए स्थायी बांध और नदी किनारे सुरक्षा दीवारों का निर्माण जरूरी।
शारदा नदी का लगातार बढ़ता कटान ग्रामीणों की सुरक्षा और जीवन के लिए गंभीर खतरा बन चुका है। स्थानीय प्रशासन और शासन की तत्परता ही अब इस संकट में राहत ला सकती है।
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